भोपाल(ईन्यूज एमपी)मुख्यमंत्री ने कहा कि क्राइसिस मैनेजमेंट की टीम ने बहुत अच्छा काम किया है। संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए पंचायत, वार्ड ब्लॉक और जिले की क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी ने बखूबी अपनी जिम्मेदारी निभाई है। रोजाना मिलने वाले केस अब दो अंकों में रह 4 पर आ गया है। 20 जिले ऐसे हैं, जहां एक भी पॉजिटिव केस नहीं है। हम लगभग नियंत्रण के आसपास पहुंच गए हैं। आज प्रदेश में पॉजिटिविटी सिर्फ 0.3% रह गई है। शायद में देश में सबसे कम है।मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान क्या खोलना है? क्या बंद करना है? इलाज के काम, जनता को कैसे एजुकेट करना है, ये सभी काम क्राइसिस मैनेजमेंट का हवाले था, जिसे बेहतर तरीके से अंजाम दिया गया। इसलिए क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के काम, कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने की चर्चा पूरे देश में हुई। मध्य प्रदेश मॉडल के नाम से इसे जाना गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी देशों में कोरोना के केस लॉकडाउन खुलने के बाद बढ़ गए हैं। तीसरी लहर दिखाई दे रही है। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी का काम खत्म नहीं हुआ। ये ऐसा ढांचा बन गया है, जिसको हम बनाए रखना चाहते हैं। ये काम क्या करेगा इस पर आपके सुझाव चाहता हूं। नंबर एक जरूरत है- सावधान रहने की। हम निश्चिंत ना हो जाएं।देश में 80 हजार टेस्ट रोज करेंगे। जिले के हर हिस्से में हमें टेस्ट करना है। कोई छिपा पेशेंट भी ना छूटे। पॉजिटिव केस में से प्रत्येक की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग करेंगे। संपर्क में आए लोगों का भी टेस्ट होगा। जो पॉजिटिव हैं अभी भी उसे आइसोलेशन में रखें। घर में या कोविड केयर सेंटर हम चलाएंगे, वहां रखें। गांव में सर्दी, जुखाम, बुखार वहां तत्काल दवाई दें।'सीएम ने कहा कि ग्राहक, दुकानदार क्या करेगा? सड़क पर चलने वालों का व्यवहार क्या होगा? शादी-विवाह में कितने लोग होंगे? ये क्राइसिस मैनेजमेंट को रोकना भी है और करवाना भी है? कोविड संक्रमण को रोकने के अनुकूल व्यवहार जरूरी है। जहां केस आ गया, वहां माइक्रो कंटेनमेंट एरिया बना दिए जाएंगे। शिवराज ने कहा कि मेरी आपसे अपील है। सरकार टेस्ट करेगी। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी इसका पालन करवाएगी। जितनी जवाबदारी मेरी है, उतनी ही जवाबदारी आपकी भी है। टीकाकरण बहुत महत्वपूर्ण है। हमें पर्याप्त डोज मिलना शुरू हो जाएंगे। डोज वेस्ट ना जाए इसकी व्यवस्था करें। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी अपने-अपने जिले में व्यवस्था बनाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि टीकाकरण मुक्त गांव, आप स्लोगन सोचिए। आपके फोटो के साथ होर्डिंग लगाइए, लोगों से अपील कीजिए, आपको लीड करना है। एजुकेट करने के क्या-क्या तरीके हो सकते हैं। ये आपको तय करना है। आप यूनिक आइडियाज खोजिए। मप्र को एक अलग मॉडल बनाना है। कोविड-19 के प्रति जागरुकता के लिए क्षेत्रीय भाषा में गीत तैयार कर भी लोगों को जागरुक किया जा सकता है। प्रयास अलग-अलग तरीके से किए जा सकते हैं, लेकिन ध्येय हम सबका कोरोना की रोकथाम ही है