सीधी ( ईन्यूज एमपी ) अभी विगत वर्षों में अगर भाजपा की कार्यशैली देखी जाए तो कुछ ऐसा दिखाई देता जो आश्चर्य पैदा करता है, अभी हाल में घोषित प्रदेश कार्यसमिति की सूची जिसमे पुराने चेहरों और पार्टी के वफादार कार्यकर्ताओं को नजर अंदाज कर चुनिन्दा लोंगो को तरजीह दी गई, जबकि ज्यादातर उन कार्यकर्ता पर कोई ध्यान नही जो बर्षों संघर्ष करके प्रदेश में भाजपा के लिए जमीन तैयार किये, जिसके बलबूते आज भाजपा का ध्वज आसमान छू रहा है, भाजपा सत्ता में आते ही उस फार्मूला का पालन करने लगी जिसमे हर नए चेहरे को पार्टी में आगे करना है, लेकिन उनका क्या जो सबको आगे करने के चक्कर मे पीछे होते गए, विंध्य में आज ऐसे बहुत से नेता जो जमाने मे सुपरस्टार थे, आज जंग लगी हुई तलवार की तरह हो गए है, किंतु इनकी संख्या कम नही है, अनुभव और क्षमता तो है ही, क्योंकि भाजपा की वापसी इन्ही के बलबूते पर हुई है। काविले गौर तथ्य यह है कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष द्वारा विगत दिनों जारी प्रदेश कार्य समिति की सूची में सीधी के उन चेहरों का जिक्र नही है जिनका जिक्र होना लाजिमी था । सूची में शामिल सदस्यों में अधिकांश ऐसे जनप्रतिनिधियों को शामिल किया गया हैं जिससे कार्यकर्ता असंतुष्ट हैं , नाराज कार्यकर्ताओं ने पार्टी आलाकमान तक इस बात की फरियाद की हे । घोषित प्रदेश कार्यसमिति को देखने के बाद पूरे प्रदेश की बात तो नहीं किंतु सीधी जिले की प्रदेश कार्य समिति के सदस्यों को देखकर ऐसा लगा कि अब भा.ज.पा. मे पूरी तरह से गोंडवाना और बहुजन से आये लोगों का कब्जा हो गया है।सांसद-विधायक पहले ही बन गये थे अब संगठन भी पूरी तरह उन्हीं लोगों के हांथ मे चला गया है।मूल और वैचारिक रुप से जो लोग भा.ज.पा.मे हैं उनकी पार्टी मे अब कोई पूंछ नहीं रह गई है। लेकिन उन लोगों की आह जरुर लगेगी क्योंकि वैचारिक लोगों ने बहुत पसीना पार्टी के बुरे दिनों मे बहाया है। अगर भाजपा की स्थिती यही रही और पुराने योद्धाओं को सुधि नही ली तो आगे आने वाले समय मे कुछ ऐसा चक्रव्यूह भी देखने को मिल सकता है जो भाजपा के लिए मुश्किलों का सामना करा सकता है।