बिलासपुर(ईन्यूज एमपी)कोरोना से बचने के लिए छत्तीसगढ़ बिलासपुर के एक गांव में कुछ युवकों ने महुए की कच्ची शराब के साथ होम्योपैथिक की ड्रोसेरा कफ सिरप मिलाकर पी ली। इससे 8 युवकों की मौत हो गई। 5 युवकों को CIMS अस्पताल में इलाज चल रहा है। घटना जिले के सिरगिट्टी इलाके के कोरमी धुरीपारा गांव की है। बताया जा रहा है कि बस्ती में इस होम्योपैथिक सिरप को कई परिवारों में इस्तेमाल किया जा रहा था। लेकिन युवकों ने इसे शराब में मिलाकर पी लिया, जिससे यह जानलेवा हो गया। जान गंवाने वालों में से 4 की मौत बुधवार सुबह हुई, जबकि 4 ने शाम तक दम तोड़ दिया। गांववालों ने पुलिस को एकसाथ 4 युवकों की मौत की सूचना दी। इस पर थाना प्रभारी देर रात टीम के साथ गांव पहुंच गए। पूछताछ में पूरी घटना का खुलासा हुआ इसके बाद बाकी बीमार युवकों को कुछ युवकों को CIMS में भर्ती किया गया। एक युवक की हालत गंभीर थी, जिसे अपोलो अस्पताल में भर्ती किया गया। इनमें से तीन युवकों ने इलाज के दौरान जबकि एक न गांव में ही दम तोड़ दिया। अब स्वास्थ्य विभाग ने गांव में कैंप लगाकर बस्ती के सभी लोगों की जांच शुरू कर दी है। कुछ युवक ऐेसे भी मिले हैं, जिन्होंने यह सिरप पिया था, लेकिन उन्हें कुछ नहीं हुआ। पुलिस होम्योपैथिक क्लीनिक के डॉक्टर को हिरासत में लेने के लिए छापे मार रही है। जिला चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर प्रमोद महाजन ने कहा कि गांव में डॉक्टरों की टीम तैनात की गई है। घर-घर जांच की जा रही है। जिला चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर प्रमोद महाजन ने कहा कि गांव में डॉक्टरों की टीम तैनात की गई है। घर-घर जांच की जा रही है। होम्योपैथी के डाक्टर निशांत शुक्ला का कहना है कि युवकों ने जो पिया है वह सिरप (मदर टिंचर) नहीं होगा, बल्कि डाल्यूटर होगा। मदर टिंचर में काफी कम पोटेंसी होती है, जबकि डाल्यूटर में 90% से भी ज्यादा अल्कोहल होता है। ऐसा लिक्विड पीने से लिवर, हार्ट पर बहुत असर होता है और मौत हो सकती है।