सीधी(ईन्यूज एमपी) मध्यप्रदेश रोजगार संहायक संघ के प्रदेश अध्यक्ष रोशन सिंह परमार ने अफसरशाही पर नाराजगी जाहिर करते हुये न्याय की गुहार लगाई है , उन्होने रीवा , पन्ना और बैतूल के कलेक्टरों द्वारा सरकार के आदेश का परिचय पालन नही करने का आरोप लगाया है , उनका कहना है कि हमारे साथी इस वैश्विक आपदा में दिन रात मेहनत कर रहे हैं लेकिन कुछ आला अधिकारी ऐसे हैं जो सरकार के आदेश को भी दरकिनार कर रहे हैं । बतादें कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग अधीन पदस्थ अधिकारी/कर्मचारी पंचायत सचिव , ग्राम रोजगार सहायक , पंचायत समन्वय अधिकारी , सहायक विस्तार अधिकारी , संविदा , आउटसोर्सकर्मी तथा अनुबंधित दैनिक वेतनभोगी को मुख्यमंत्री कोविड-19 योद्धा कल्याण योजना अंतर्गत कोरोना योद्धा घोषित किये जाने हेतु समस्त कलेक्टर को पत्र भेजा गया है,कुछ जिले के कलेक्टरो द्वारा आदेश जारी कर दिऐ गये कुछ कलेक्टर साहवान द्वारा आजतक घोषित नही किया गया ।वही पन्ना,रीवा एवँ बैतूल कलेक्टर साहब द्वारा जारी आदेश निरस्त कर दिया है।कोरोना संक्रमण एवम ड्यूटी के दौरान दुर्घटना से प्रदेश भर में 20 से अधिक पंचायत सचिवों एवँ अन्य सँविदा कार्मिकों ,एवँ कार्मिकों की मृत्यु हो चुकी है, दूसरी तरफ ...मुख्यमंत्री कोविड-19 योद्धा.घोषित ना करना,घोषित आदेश में विभाग के कार्मिकों को मुख्यमंत्री कोविड-19 योद्धा कल्याण योजना अंतर्गत पात्र कर्मी घोषित किया था आदेश जारी करके निरस्त करने से आहत हुए है सरकार ने सचिवो एवम सहायक सचिवो के लिए ना बीमा की व्यवस्था की है ना ही पेंशन की कोई व्यवस्था की है, कोरोना योद्धा की पात्रता से भी हमे अलग कर दिया है, ऐसी स्थिति में हम अपने परिवार को अंधकार में नही डाल सकते, जब तक पंचायत सचिवो एवम सहायक सचिवों को कोरोना योद्धा घोषित नही किया जाता है तब तक काम पर नही लौटेंगे।कोरोना योद्धा अंतर्गत पात्र कर्मी माने जाने का आदेश जारी नही किये गए तो प्रदेश स्तर पर काम बंद किये जायेंगे ।