इंदौर(ईन्यूज एमपी)कोरोना अब इतना पैर पसार चुका की न बुढ़ापा देख रहा है, न जवानी। जो भी उसकी चपेट में आ रहा है, वह उसे अपना शिकार बना रहा है। यही नहीं जिनके फेफड़ों में आक्सीजन का स्तर 80-90 से नीचे जा रहा है, उनकी जिंदगी की जीवन लीला समाप्त कर रहा है। कोरोना से होने वाली मौतों में अब 20 से 48 साल के लोग भी शामिल हैं। मरने वाले कोरोना संक्रमित मरीजों में 96 फीसद 40 साल से अधिक उम्र के हैं। मृतकों में 71 फीसद पुरुष तो 29 फीसद महिलाएं हैं। इंदौर संभाग के आठ जिलों में 17 दिन में कोरोना से हुई मौतों का डेथ आडिट करने से यह हकीकत सामने आई है। दरअसल, इंदौर के महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कालेज ने 4 से 20 अप्रैल के बीच कोरोना से होने वाली 98 मौतों को इस आडिट में शामिल किया है।