बेंगलुरु (ईन्यूज एमपी)-कर्नाटक के बेंगलुरु में मंगलवार देर रात को बवाल हो गया. कांग्रेस के विधायक श्रीनिवास मूर्ति के करीबी द्वारा लिखे गए एक फेसबुक पोस्ट पर कुछ लोग भड़क गए. जिसके बाद भीड़ ने विधायक के घर पर हमला कर दिया, इस दौरान आगजनी-पत्थरबाजी और पुलिस से भिड़ंत हो गई. देर रात हुए इस बवाल में दो लोगों की मौत हो गई है, साथ ही कई लोग घायल भी हुए हैं. हालात को काबू में लाने के लिए बेंगलुरु में धारा 144 लगा दी गई है, जबकि हिंसा वाले इलाके में कर्फ्यू लगा है. किस वक्त और क्यों हुआ विवाद? विधायक के किसी करीबी द्वारा एक फेसबुक पोस्ट लिखा गया, जिसको लेकर एक समुदाय के लोग भड़क गए. इसी के बाद हाली पुलिस स्टेशन-विधायक के घर का घेराव किया गया. करीब 9.30 बजे भीड़ की मौजूदगी हजारों की संख्या तक पहुंच गई. जिसके बाद तोड़फोड़ शुरू हुई और देखते ही देखते भीड़ ने विधायक के घर, पुलिस स्टेशन को आग के हवाले कर दिया. यहां देर रात को भीड़ के द्वारा एक दर्जन के करीब पुलिस के वाहनों को जलाया गया. जिसके बाद पुलिस ने भीड़ पर काबू पाने के लिए पहले लाठीचार्ज किया, इसके बाद खुली फायरिंग कर दी. पुलिस फायरिंग में ही दो लोगों के मारे जाने की खबर है. इसके अलावा कई लोग घायल भी हुए हैं. स्थानीय पुलिस के मुताबिक, रात को करीब दो बजे हालात काबू में आए और भीड़ के कब्जे से पुलिस स्टेशन और विधायक के घर को खाली कराया गया. अबतक पुलिस ने 110 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस कमिश्नर कमल पंत के मुताबिक, करीब 60 पुलिसकर्मी इस घटना में घायल हुए हैं, जिसमें एक एडिशनल कमिश्नर को भी चोटें पहुंची हैं मुख्यमंत्री ने दिया गृह मंत्री को फ्री हैंड स्थानीय पुलिस की ओर से अभी प्रभावित इलाके के पास कर्फ्यू लगा दिया गया है, जबकि पूरे बेंगलुरु में धारा 144 लगी है. ये पूरा विवाद तब शुरू हुआ जब फेसबुक पोस्ट को लेकर कुछ लोग पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करने पहुंचे. लेकिन आरोप है कि पुलिस ने विवाद को आपस में सुलझाने को कहा और शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया. जैसे ही हालात बिगड़े शहर के सभी पुलिस अफसर थाना स्थल पर पहुंचे और हालात को काबू करने की कोशिश की. मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने भी देर रात को राज्य के गृह मंत्री बी. बोम्माई से बात की और हालात काबू में लाने के लिए फ्री हैंड दिया.