गुवाहाटी ( ईन्यूज़ एमपी ) - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम की पहली ग्लोबल इन्वेसर्न्स समिट का उद्घाटन कर दिया है. यह समिट दो दिनों तक चलेगी जिसमें निवेशकों को राज्य की मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी और जियो-स्ट्रैटेजिक फायदों के बारे में जानकारी दी जाएगी. इसके जरिए उन्हें राज्य में निवेश के लिए आमंत्रित किया जाएगा. यहां चर्चा कर दें कि आजादी के बाद नार्थ इस्ट में पहली बार ऐसा आयोजन किया जा रहा है जिससे इस क्षेत्र के लोगों को काफी उम्मीदें हैं. समिट का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार देश के किसानों की आय दोगुनी करने के लिए काम कर रही है. उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मैं राज्य सरकारों से अनुरोध करूंगा कि वे नए अस्पतालों के निर्माण के लिए नई योजनाएं बनाएं. हम देश के 10 करोड़ से ज्यादा परिवारों को आयुष्मान भारत योजना से जोड़ रहे हैं. जानकारी के अनुसार, असम सरकार यह समिट फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) की मदद से कर रही है जिसका मकसद साउथ एशियाई देशों के लिए राज्य को भारत का एक्सप्रेस-वे बनाना है. असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने बताया कि 4,500 रिप्रेजेंटेटिव्स ने इस समिट में हिस्सा लेने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है. समिट में 16 देशों के रिप्रेजेंटेटिव्स शामिल हैं. विदेशी मेहमानों में बांग्लादेश के उद्योग मंत्री अमीर हुसैन अमु, म्यांमार के व्यापार मंत्री थान मिंट, लाओ के सूचना संस्कृति और टूरिज्म मंत्री ओनेथॉन्ग खोपन शामिल हैं. उपरोक्त मेहमानों के अलावा अमेरिका, वियतनाम, यूएई, नीदरलैंड, नेपाल, कोरिया, जापान, इजरायल, इंडोनेशिया, जर्मनी, चेक रिपब्लिक और कनाडा जैसे देशों के राजनयिक और कारोबारियों को आमंत्रित किया गया है.