दिल्ली (ईन्यूज एमपी)-राजधानी दिल्ली में सीलिंग को लेकर बुलाए गए बंद का आज दूसरा दिन है. दो दिवसीय इस बंद में करीब 25 हजार दुकानें और 7 लाख से भी ज्यादा कारोबारी संस्थानों के बंद रहने का अनुमान है. शनिवार को भी शुक्रवार की तरह दिल्ली के मुख्य बाजारों की रौनक बंद की वजह से गायब रहेगी. दिल्ली में आज भी कारोबारी संगठन कई जगह मार्च और विरोध प्रदर्शन करने जा रहे हैं. संसद से सड़क तक शुक्रवार को सीलिंग का मुद्दा छाया रहा. बीते दिन राज्यसभा में आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह ने इस मुद्दे को लेकर नारेबाजी की और वेल में जा पहुंचे थे. AAP के अलावा कांग्रेस ने भी इस मुद्दे को सदन में उठाया. बता दें कि दिल्ली में सीलिंग के खिलाफ व्यापारी संघ ने 48 घंटे के दिल्ली बंद का ऐलान किया है. विरोध के बीच शुक्रवार को डीडीए की बैठक भी हुई थी. बैठक में कई अहम फैसले लिए गए. दिल्ली में अब FAR (फ्लोर एरिया रेशो) को 180 से बढ़ाकर 300 कर दिया गया है. इसके अलावा 12 मीटर से ज़्यादा चौड़ी सड़कों पर बने गोदाम नियमित किये गए, कन्वर्जन चार्ज पर जुर्माना 10 गुना से घटाकर 2 गुना किया गया है. बता दें कि अब एफएआर बढ़ने से बेसमेंट भी सीलिंग के दायरे से बाहर होंगे. सीलिंग के खिलाफ व्यापारियों ने शुक्रवार को कैंडल मार्च निकाल कर अपना विरोध दर्ज कराया. दिल्ली के व्यापारियों का आरोप है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश की आड़ में दिल्ली नगर निगम कानून 1957 के मूलभूत प्रावधानों को ताक पर रखकर सीलिंग की कार्रवाई की जा रही है. व्यापारी संघ केन्द्र सरकार से मांग कर रहा है कि तुरंत एक अध्यादेश या कानून लाकर सीलिंग को रोका जाए और मास्टर प्लान के एक्ट में भी बदलाव किया जाए. बंद के चलते आम लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कई जरूरी सामानों की दुकानें बंद होने से आमजन परेशानी में हैं. आज दिल्ली का कनॉट प्लेस, करोल बाग, हौजखास, चांदनी चौक समेत तमाम अहम मार्केट बंद रहेंगे. सीलिंग बंद न होने पर जनप्रतिनिधियों के घरों के घेराव की भी योजना है. बीते दिन उप राज्यपाल सचिवालय का घेराव भी किया गया था.