दिल्ली(ईन्यूज एमपी)-रेलमंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि वित्तमंत्री अरुण जेटली ने बजट में भारतीय रेलवे के लिए व्यापक स्तर पर व्यवस्था की है. वित्तमंत्री के सामने जो परिकल्पना रखी गई थी, उनको इस साल के बजट में शत-प्रतिशत स्वीकार कर लिया गया है. गोयल ने कहा कि बजट में रेलवे की सुरक्षा के लिए 73 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. उन्होंने कहा कि इस बजट से भविष्य में भारतीय रेल को सुरक्षित बनाने, क्षमता बढ़ाने, सुविधाजनक बनाने और यात्रियों के लिए भारतीय रेल को प्राथमिकता पर लाने में मदद मिलेगी. इस दिशा में एक बड़ा पड़ाव पार कर लिया गया है. गोयल ने कहा कि आगामी वर्ष में भारतीय रेलवे के इंफ्रास्ट्रक्चर में तकरीबन डेढ़ लाख करोड़ का निवेश होगा. भारतीय रेलवे में सुविधाएं बढ़ाने के लिहाज से यह साल 2013-14 के मुकाबले लगभग तीन गुना है. पीयूष गोयल ने कहा रेलवे सेफ्टी हमारी प्राथमिकता है और इसके लिए बजट में तकरीबन 73 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. इतनी बड़ी राशि का सेफ्टी के मद में आवंटन अपने आप में ऐतिहासिक है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने भारतीय रेलवे की सुरक्षा में फोकस किया है, जिसको यह आवंटन दर्शाता है. रेलमंत्री ने कहा कि 600 रेलवे स्टेशन को विकसित किया जाएगा. साथ ही सभी स्टेशनों और ट्रेनों को वाईफाई व CCTV कैमरे से लैस किया जाएगा. इससे सुरक्षा भी बढ़ेगी और सुविधा भी बेहतर होगी. उन्होंने बताया कि इस बजट में बंगलुरु में 17 हजार करोड़ रुपये की लागत से एक सबर्बन नेटवर्क बनाने का प्रावधान किया गया है. इस रेल नेटवर्क में 60 किलोमीटर का रूट एलिवेटेड होगा, जबकि बाकी स्टेशन डेवलप होंगे. पीयूष गोयल ने बताया कि करीब 160 किलोमीटर ओवरऑल डेवलपमेंट करके बंगलुरु में, जहां पर लोगों को यातायात की भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, वहां पर सबर्बन रेलवे के जरिए सुविधाएं दी जाएगी. यहां पर 17 हजार करोड़ रुपये के निवेश को मंजूरी देने से कर्नाटक के लोगों को काफी लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा, ''मैं मुंबई का हूं. यहां पर एक तिहाई यात्री भारतीय रेल से सफर करते हैं. रोज लगभग 80 लाख यात्री ट्रेन से सफर करते हैं. कई वर्षों से मुंबई की सबर्बन रेलवे में निवेश नहीं किया गया. लिहाजा इस बार 50 हजार करोड़ रुपये का निवेश मुंबई सबर्बन में ऐतिहासिक है. मुंबई सबर्बन नेटवर्क में करीब 11 हजार करोड़ रुपये की लागत से 90 किलोमीटर के डबलिंग और 150 किलोमीटर की नई पटरी का निर्माण कार्य होगा. इसके साथ ही मुंबई सबर्बन में सिग्नलिंग और रेलवे स्टेशनों पर सुविधाओं को बढ़ाने के लिए काम किया जाएगा. इससे सुविधाएं बेहतर होंगी और आम जनता आसानी से कम समय में सफर कर सकेगी. पीयूष गोयल ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ इस मसले पर उनकी काफी चर्चाएं हुई हैं. इसके बाद ही इसका पूरा खाका तैयार किया गया है. रेलमंत्री ने कहा कि जून-जुलाई में वडोदरा में रेलवे सिटी शुरू की जाएगी. उन्होंने कहा कि भारतीय रेल का संचालन सफलतापूर्वक हो, इस पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि 18 हजार किलोमीटर की क्षमता बढ़ाने की घोषणा भारतीय रेल के लिए की गई है और साथ ही लगभग पांच हजार किलोमीटर की दोहरीकरण की घोषणा की गई है. इससे भारतीय रेलवे देशवासियों को बेहतर सुविधा दे पाएगी.