बिहार: बीफ को लेकर नेताओं के बीच बयानबाजी थमने का नाम ही नहीं ले रही है। अब आरजेडी नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि बीफ तो ऋषि-महर्षि भी खाते थे। इस पर शनिवार को बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने पलटवार किया। उन्होेंने कहा, "बीफ पर इतनी ही बेचैनी है, तो नीतीश-लालू इसे मेनिफेस्टो में शामिल क्यों नहीं कर लेते?" रघुवंश ने क्या कहा? शुक्रवार को बिहार के बरूराज विधानसभा क्षेत्र में आरजेडी कैंडिडेट के नॉमिनेशन के वक्त पार्टी के नेशनल वाइस प्रेसिडेंट रघुवंश ने कहा, ''इन सब बयान का कोई मतलब नहीं है। एकेडमिक बहस है। वेद-पुराण में क्या सब लिखा है, ऋषि-महर्षि भी खाते थे पहले के जमाने में।'' गिरिराज ने क्या दिया जवाब? * शनिवार को बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ट्वीट कर इसका जवाब दिया। इस बार उन्होंने नीतीश कुमार पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, ''नीतीश और लालू जानबूझकर हिंदू को गाली दे रहे हैं। पहले लालू, फिर रघुवंश ने हिंदुओं के गोमांस खाने की बात कही। इस पर नीतीश की चुप्पी से सिद्ध होता है कि हिंदू को जबरन गोमांस खिलाया जाएगा।'' * उन्होंने कहा, ''अगर नीतीश और लालू को हिंदुओं को गोमांस खिलाने की इतनी ही बैचेनी है, तो इन दोनों को इसे अपने मेनिफेस्टो मे शामिल कर लेना चाहिए।'' * गिरिराज ने कहा, ''लालू के बाद अब रघुवंश प्रसाद ने हिंदुओं के गोमांस खाने की बात कही है। उन्होंने ऋषि-मुनियों को भी लपेट लिया है। यह गलत है। लालू और रघुवंश सिर्फ वोट पाने के लिए इस तरह के बयान दे रहे हैं।'' गिरिराज ने क्या बताया बकरी और गाय के मीट में फर्क? इससे पहले शुक्रवार को गिरिराज ने कहा था, ''बकरी और गाय के मीट में हमारी भावना और धर्म उसी तरह से है, जैसे हमारी बहन और हमारी पत्नी, दोनों पूजनीय हैं। लेकिन दोनों से भावनात्मक संबंध अलग-अलग हैं। लालू प्रसाद क्या मजाक कर रहे हैं...कह रहे हैं कि जो बकरी का मीट खाता है, वह गाय का मीट खाएगा।'' लालू के किस पर बयान पर हो रहा है विवाद? दादरी मामले पर बयान देते हुए आरजेडी सुप्रीमो ने लालू ने कहा था, "सभ्य लोग मांस नहीं खाते हैं। हिंदू भी बीफ खाते हैं, बताइए नहीं खाते हैं क्या, मांस खाने वाला गाय, बकरा, मुर्गा नहीं देखता है।'' हालांकि, मीट खाने को लेकर दिए गए अपने बयान पर विवाद बढ़ता देख लालू ने सफाई दी था कि उन्होंने बीफ (गोमांस) नहीं, बल्कि मीट खाने की बात की थी। फिर कहा था कि उनके मुंह से शैतान ने यह कहलवाया था। बीफ को लेकर अब तक इनकी रही ये बयानबाजी? 1. साक्षी महाराज (बीजेपी सांसद)- गाय हमारी माता है और मां की हत्या करने वालों से निपटने के लिए हम मरने-मारने को तैयार हैं। गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित किया जाए और हत्यारों को फांसी दी जाए। यूपी के मंत्री आजम खान पाकिस्तानी हैं। 2. आजम खान (यूपी के मंत्री)- बीजेपी और आरएसएस के लोगों को उन फाइव स्टार होटलों को भी बाबरी मस्जिद की तरह गिरा देना चाहिए, जहां गोमांस परोसा जाता है। दादरी मामले की शिकायत यूनाइटेड नेशन्स में करेंगे। 3. लालू यादव (राजद सुप्रीमो)- देश के कई हिस्सों में हिंदू भी गाय का मांस खाते हैं। मैं असली गोपालक हूं, बीजेपी वाले कुत्ता-पालक हैं। 4. साध्वी प्राची (वीएचपी नेता)- एक ओर गणेश विसर्जन को लेकर यूपी सरकार साधु-संतों पर लाठियां चलवाती है, दूसरी तरफ गोमांस खाने वाले परिवार को बुलाकर 45 लाख रुपए देती है। अखलाक की हत्या आपसी रंजिश की वजह से हुई है। 5. संगीत सोम (बीजेपी विधायक)- यूपी सरकार गाय काटने वालों को हवाई जहाज में बैठाकर लखनऊ ले जाती है और 50 लाख रुपए भी देती है। अखलाक की हत्या सांप्रदायिक नहीं, एक सामान्य अपराध है। 6. श्रीचंद शर्मा (बीजेपी नेता, वेस्टर्न यूपी यूनिट के वाइस प्रेसिडेंट)- हिंदू समुदाय गाय की पूजा करता है। गोवध देखकर किसका खून नहीं खौलेगा?