सांसद डॉ. राजेश मिश्रा की पहल से सीधी–सिंगरौली मार्ग चौड़ीकरण हेतु 396 करोड़ का टेंडर जारी सीधी-सिंगरौली संसदीय क्षेत्र की जनता के लिए बड़ी सौगात आई है। लंबे समय से उपेक्षित और अधूरी पड़ी सीधी–सिंगरौली राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-39, पुराना NH-75E) के चौड़ीकरण और अपग्रेडेशन का रास्ता आखिरकार साफ हो गया है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH), क्षेत्रीय कार्यालय भोपाल ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए 396.31 करोड़ रुपये की निविदा (टेंडर) जारी कर दी है। सड़क को दो लेन विद पक्का कंधा (Paved Shoulder) में विकसित किया जाएगा और इसके लिए 24 माह की समयसीमा तय की गई है। सांसद की पहल रंग लाई सीधी–सिंगरौली सांसद डॉ. राजेश मिश्रा ने लगातार संसद से लेकर मंत्रालय तक इस सड़क की बदहाल स्थिति को मुद्दा बनाया। उनकी सतत कोशिशों का ही परिणाम है कि केंद्र सरकार ने अब इस प्रोजेक्ट को प्राथमिकता में शामिल कर ठोस कदम उठाए हैं। सांसद ने कहा कि – “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी जी के सहयोग से सीधी-सिंगरौली क्षेत्र के सड़क विकास कार्य को गति मिल रही है। यह सड़क हमारे क्षेत्र की जीवनरेखा साबित होगी।” परियोजना का दायरा लंबाई: 105.59 किमी (किमी 82+400 से किमी 187+99 तक) लागत: ₹396.31 करोड़ (GST छोड़कर) कार्यप्रकार: बैलेंस वर्क, रीहैबिलिटेशन एवं अपग्रेडेशन समयसीमा: 24 माह टेंडर प्रक्रिया टेंडर डॉक्यूमेंट 09 सितम्बर से 24 अक्टूबर 2025 तक पोर्टल पर उपलब्ध रहेंगे। 24 सितम्बर 2025 को भोपाल में प्री-बिड मीटिंग होगी। ऑनलाइन निविदाएं 24 अक्टूबर 2025 सुबह 11 बजे तक आमंत्रित हैं, जिन्हें 27 अक्टूबर 2025 को खोला जाएगा। सड़क की दुर्दशा: जनता की पीड़ा सीधी–सिंगरौली सड़क करीब 15 सालों से अधूरी पड़ी है। कई बार ठेकेदार बदलने और समयसीमा बढ़ने के बावजूद काम पूरा नहीं हो सका।जगह-जगह गड्ढों और ऊबड़-खाबड़ रास्तों ने यात्रियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।बरसात में हालात और बिगड़ जाते हैं, एंबुलेंस व स्कूल वाहन तक घंटों फंस जाते हैं।आज दिन जाम की स्थिति बनती है सीधी सिंगरौली सड़क की खस्ताहालत को लेकर कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधि, प्रशासन, राज्य और केंद्र सरकार की जमकर किरकिरी भी हुई। 15 वर्षों से अधिक समय बीत जाने के बाद भी यह सड़क पूर्ण नहीं हो सकी है।नई निविदा जारी होने के साथ ही लोगों में उम्मीद जगी है कि अब दशकों पुरानी यह परियोजना पूरी होगी। सड़क चौड़ी होने से सीधी और सिंगरौली के बीच आवागमन सुगम होगा, कोयला व ऊर्जा सेक्टर का औद्योगिक परिवहन तेज होगा और स्थानीय जनता को समय व ईंधन दोनों की बचत होगी। जहां एक ओर सीधी-सिंगरौली मार्ग की दुर्दशा ने क्षेत्र की छवि को खराब किया, वहीं दूसरी ओर सांसद डॉ. राजेश मिश्रा की सक्रियता और सतत प्रयासों से अब विकास का नया अध्याय खुलने जा रहा है। जनता की उम्मीद है कि यह ऐतिहासिक सड़क अब सचमुच बनेगी और क्षेत्र की प्रगति की राह में मील का पत्थर साबित होगी। अब देखना यह है कि वर्तमान सांसद के प्रयासों से सड़क का जीर्णोद्धार होता है या इतिहास कायम रहेगा?