नई दिल्ली enewsmp:-नोटबंदी के बाद ब्लैक मनी से बड़े पैमाने पर सोने की खरीदारी की गई थी या फिर इन अज्ञात पैसों को फर्जी कंपनियां बनाकर उसमें खपाया गया था। नोटबंदी के बाद देशभर में पड़े छापों के दौरान यह जानकारी सामने आई थी। आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया कि ब्लैक मनी रखने वाले लोगों ने ये पैसे बैंकों में डिपॉजिट नहीं किए क्योंकि वे अपनी पहचान गुप्त रखना चाहते थे। नोटबंदी के दौरान कई जूलर्स ने लोगों की ब्लैक मनी को सोने में बदल दिया। जांच में शामिल रहे एक अधिकारी ने कहा, ' पिछले साल 8 नवंबर को पीएम नरेंद्र मोदी की नोटबंदी की घोषणा के बाद लोगों ने अपनी ब्लैक मनी को सोने और जूलरी खरीदने में लगा दी।