Enewsmp.com नई दिल्ली. उच्चतम न्यायालय ने गोवा के मुख्यमंत्री के रूप में मनोहर परिकर के शपथ ग्रहण पर रोक लगाए जाने से आज इंकार कर दिया है मुख्य न्यायाधीश जे एस केहर की अध्यक्षता वाली पीठ ने याचिकाकर्ता चंद्रकांत कानवेकर की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी और केंद्र सरकार की ओर से हरीश साल्वे की दलीलें सुनने के बाद कहां कि वह परिकर के शपथ ग्रहण समारोह पर रोक नहीं लगाएगी। तो अब यह पूरी तरह से साफ जाहिर हो गया है कि मनोहर परिकर आज गोवा के मुख्यमंत्री की शपथ ले लेंगे। गोवा में सरकार बनाने के लिए भाजपा ने एक बड़ा दाव खेला था और रक्षा मंत्री मनोहर परिकर को गोवा के मुख्यमंत्री बनाने के लिए दावेदारी पेश की थी जिसके बाद पर्रिकर का मुख्यमंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है। रक्षा मंत्री मनोहर परिकर ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। पर्रिकर सोमवार शाम गोवा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे गोवा के राज्यपाल मृदुला सिन्हा ने रविवार को bjp को प्रदेश में सरकार बनाने का न्योता दिया था । इससे पहले मनोहर पर्रिकर सन 2000 से 2005 और 2012 से नवंबर 2014 तक गोवा के मुख्यमंत्री रह चुके हैं 2014 में मोदी सरकार ने उन्हें कैबिनेट में शामिल कर रक्षा मंत्रालय सौंपा था मनोहर परिकर के इस्तीफा दिए जाने के बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मोदी कैबिनेट के अगले रक्षा मंत्री बन सकते हैं । एक दैनिक अखबार के मुताबिक मनोहर परिकर की जगह अब शिवराज सिंह चौहान रक्षा मंत्री का पद संभाल सकते हैं, पार्टी नेतृत्व इस विकल्प पर गंभीरता से विचार कर रही है । रविवार शाम को संसदीय बोर्ड की बैठक के दौरान दिल्ली पर ही मौजूद रहे श्री शिवराज सिंह चौहान से शीर्ष नेतृत्व ने रक्षा मंत्री बनाए जाने पर रुक भी पूछा था ,लेकिन शिवराज ने अभी तक इसका कोई जवाब नहीं दिया है भाजपा सूत्रों के मुताबिक पर्रिकर के बाद रक्षा मंत्री का पद किसी कद्दावर और अनुभवी नेता को सौंपा जा सकता है और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस पैमाने पर पूरी तरह खरे उतर सकते हैं।