दिल्ली: दुनिया भर के आतंकी खतरा बना आईएसआईएस भारत में भी तेजी से पैर फैला रहा है। दक्षिण भारत से आईएसआईएस के मॉड्यूल बनने की खबरें तो पहले भी कई बार आईं कि केरल, तमिलनाडु, मुम्बई से कई नौजवान सेल्फ रेडिकलाइज होकर बगदादी की फौज में शामिल होने सीरिया चले गए हैं, लेकिन अब उत्तर भारत में आईएसआईएस की दस्तक ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। लखनऊ में जिस करीब 13 घंटे की मुठभेड़ के बाद सैफुल्लाह मारा गया है और उसके पास से जो सामान मिला है वो बहत बड़े खतरे की घंटी है। एमपी में ट्रेन में धमाका हुआ। धमाके की तस्वीरों को आतंकियों ने सीरिया भेजा और जब पुलिस एटीएस ने छानबीन शुरू की तो तार कानपुर, इटावा, उन्नाव लखनऊ से जुड़ते चले गए। लखनऊ में जो सामान मिला है उससे तो लगता है कि सचमुच पूरे उत्तर भारत को दहलाने की साजिश थी। आपको बता दें कि कल ट्रेन धमाके के बाद तीन संदिग्धों की गिरफ्तारी से पुलिस को सैफुल्लाह के एक साथी का कानपुर में होने का पता चला था। कानपुर में इस शख्स से जब पूछताछ हुई तो उसने बताया कि कैसे लखनऊ के ठाकुरगंज में पूरा हेडक्वार्टर बना हुआ है। उसके बाद एटीएस कमांडों हरकत में आए। सैफुल्लाह तो मार गिराया गया है लेकिन उसके दो साथियों को पुलिस अब सरगर्मी से तलाश रही है। इस मामले में कुछ देर पहले इटावा से फखतरे खान रेशू नाम के एक शख्स को पड़ा गया है। इस बीच ट्रेन ब्लास्ट की जांच के लिए एनआईए की टीम भोपाल रवाना हो गई है।