धार (ईन्यूज एमपी)-कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार ने धार जिले के बदनावर में आयोजित सभा में कहा कि काफी समय की प्रतीक्षा थी, किंतु आप सब लोग फिर भी जाग गए, लेकिन 70 साल हो गए आदिवासी भाइयों को जागने में। आपकी ताकत से सरकारें हिलने लगी हैं। जब तक मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री आदिवासी नहीं बने घर मत बैठना, आप चाहते हो कि मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री आदिवासी बने। विधायक सिंघार ने कहा कि कांतिलाल भूरिया को चुनाव कमेटी का प्रमुख बना दिया, अगर आपको बनाना है तो उन्हें प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाओ। कई बड़े राजनीतिक लोग हम आदिवासियों को आपस में बांटने में लगे हैं, किंतु इस लोकतंत्र की व्यवस्था में हर समाज को हमें सम्मान देना है। माछलिया घाट से लेकर बदनावर विधानसभा हमारी है। बदनावर के आदिवासियों को भी सलामी देनी पड़ेगी, जब यहां का नया विधायक बनेगा। इतिहास आदिवासियों का लिखा जाता है गंधवानी विधायक उमंग सिंघार ने प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कोटेश्वर महादेव धाम में आदिवासी जननायक टंट्या मामा की प्रतिमा अनावरण करने पहुंचे थे। उन्होंने आगे कहा कि कहानियां तो राजा-महाराजाओं की लिखी जाती है। इतिहास तो आदिवासियों का लिखा जाता है। आदिवासी भाई मुगलों और राजपूतों को रास्ता दिखाते थे। अंग्रेजों ने हमारी जातियों को बैन कर दिया था। अंग्रेज चले गए, परंतु अभी सत्ता बाकी है आदिवासियों की। बदनावर विधानसभा सीट पर किस प्रकार आदिवासियों का शोषण हो रहा है, वह चिंता का विषय है। आदिवासी तीर-कमान और फालिया भी रखता है। कोटेश्वर में समारोहपूर्वक टंट्या मामा की प्रतिमा का अनावरण किया गया। शुरुआत में विधायक सिंघार ने कोटेश्वर महादेव के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। बड़ी संख्या में शामिल हुए बाइक सवार इससे पूर्व विश्व आदिवासी दिवस के साप्ताहिक महोत्सव के अंतर्गत आदिवासी युवा प्रभाग द्वारा निकाले जा रहे रोड शो की शुरुआत ग्राम पांजापाड़ा से हुई। इसमें बड़ी संख्या में बाइक सवार कार्यकर्ता शामिल हुए। हाथों में ध्वज थामे एक तीर-एक कमान आदिवासी एक समान आदि नारे लगाते हुए चल रहे थे। इस दौरान गांव-गांव में लोगों द्वारा पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। किशनपुरा, बिड़वाल, कोद, रेशमगारा, बखतगढ़, सकतली, घटगारा होते हुए काफिला यहां पहुंचा। बैजनाथ महादेव दर्शन के पश्चात सांतरूण्डा चौराहा, केंद्र फाटा, संदला, तिलगारा, जाबड़ा फाटा होते हुए बोरदा में टंट्या माता की प्रतिमा अनावरण के साथ रोड शो का समापन हुआ। इस दौरान कमलसिंह पटेल, निरंजनसिंह पिटगारा, डा. अभिषेकसिंह राठौर, शरदसिंह सिसौदिया, परितोषसिंह राठौर, अभिषेक टल्ला मोदी, कैलाश गुप्ता, अश्विन पाटीदार, दिलीप निनामा, संजय भूरिया, मनोहर मकवाना आदि साथ थे