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बारिश से रीवा में बाढ़ का खतरा, होमगार्ड-SDERF अलर्ट पर,

रीवा (ईन्यूज एमपी)-मध्यप्रदेश में बारिश से ज्यादातर नदी-नाले उफान पर हैं। प्रदेश के पूर्वी हिस्से में हालात ज्यादा खराब हैं। शनिवार शाम सतना जिले में बकिया बैराज के 13 गेट खोल दिए गए। इससे रीवा के तराई अंचल में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। कलेक्टर प्रतिभा पाल के निर्देश पर ऐहतियातन होमगार्ड और एसडीईआरएफ की टीम भेजी गई हैं। यहां जवा, त्योंथर और साेहागी में डीआरसी की टीम पहले से तैनात है।


वहीं, जबलपुर में बरगी डैम से पानी छोड़े जाने पर नर्मदा में जलस्तर बढ़ गया है। नर्मदापुरम में सेठानी घाट पर शनिवार सुबह जलस्तर 956 फीट के पार पहुंच गया। नदी का अलार्म लेवल 964 फीट और खतरे का लेवल 967 फीट है।

पूर्वी हिस्से में रविवार को भी मानसूनी सिस्टम की एक्टिविटी देखने को मिलेगी। खासकर रीवा संभाग में अगले 24 घंटे में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन समेत बाकी जिलों में मौसम खुला रहेगा, या फिर हल्की बारिश हो सकती है।

सीनियर मौसम वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि लो प्रेशर एरिया रीवा-सतना के आसपास है। समीपर्ती दक्षिण-पूर्वी उत्तरप्रदेश के हिस्से में सक्रिय है। एक ट्रफ लाइन भी एक्टिव है। गुजरात के ऊपर भी चक्रवाती घेरा है। इसके चलते बारिश हो रही है। आगामी 24 घंटे में बारिश की गतिविधि घट जाएगी। कुछ जगह पर हल्की बारिश हो सकती है।

24 घंटे में कैसा रहा मानसून
मध्यप्रदेश में बारिश से नदी-नाले उफनाए पर रहे। प्रदेश के पूर्वी हिस्से में हालात ज्यादा खराब रहे। जबलपुर में बरगी डैम से पानी छोड़े जाने पर नर्मदा में जलस्तर बढ़ गया। नर्मदापुरम में सेठानी घाट पर शनिवार सुबह जलस्तर 956 फीट के पार पहुंच गया। नदी का अलार्म लेवल 964 फीट और खतरे का लेवल 967 फीट है।

नर्मदापुरम कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने नर्मदा किनारे के गांवों में टीम तैनात कर लोगों को नदी से दूर रहने की हिदायत दी। बैतूल में सतपुड़ा डैम के 7 और छिंदवाड़ा में माचागोरा डैम के 4 गेट खोलना पड़े। जबलपुर और बालाघाट में शनिवार को प्री-प्राइमरी से 12वीं तक के स्कूलों में अवकाश रहा।

मध्यप्रदेश में 1 जून से अब तक ओवरऑल 13% बारिश ज्यादा हो चुकी है। IMD भोपाल के अनुसार, पूर्वी हिस्से में अभी भी औसत 15% तक बारिश ज्यादा हुई है, जबकि पश्चिमी हिस्से में 11% ज्यादा बारिश हो चुकी है।

इन जिलों में सबसे ज्यादा बारिश

नरसिंहपुर में 35 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। सिवनी-मंडला में आंकड़ा 32 इंच के पार पहुंच गया है।
छिंदवाड़ा, डिंडोरी, जबलपुर, सागर, नर्मदापुरम, रायसेन में आंकड़ा 28 इंच या इससे ज्यादा है।
इंदौर, अनूपपुर, बालाघाट, कटनी, पन्ना, शहडोल, उमरिया, बैतूल, भिंड, देवास, हरदा, रतलाम, सीहोर और विदिशा में 24 इंच से अधिक बारिश हो चुकी है।
आगर-मालवा, बुरहानपुर, राजगढ़, शाजापुर, शिवपुरी, उज्जैन, दमोह और निवाड़ी में 20 इंच या इससे अधिक बारिश हो चुकी है।

इन जिलों में कम बारिश

सतना, अशोकनगर, बड़वानी, ग्वालियर, खंडवा, खरगोन, मंदसौर और मुरैना में आंकड़ा 16 इंच से कम है।

अब जानिए मध्यप्रदेश में कैसे रहेंगे अगले 24 घंटे

मध्यम से भारी बारिश: रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली और पन्ना जिले में कहीं-कहीं मध्यम से भारी बारिश हो सकती है।
गरज-चमक की स्थिति: ग्वालियर, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी जिलों में गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की संभावना भी है।
हल्की बारिश: भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, दमोह और सागर में हल्की बारिश होगी। कुछ जगहों पर कुछ देर के लिए तेज बारिश भी हो सकती है।

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