सीधी (ईन्यूज एमपी)- जिले आयोजित लोक सुराज यात्रा के समापन समारोह मे भरे मंच से राज्यसभा सांसद ने रेत कि दर का विरोध करते हुए कहा कि रेत के दाम में 300प्रतिशत का मुनाफा रेत के ठेकेदार द्वारा लिया जा रहा है जो स्वीकार्य नहीं है, जिला प्रशासन अगर आगामी 10 दिनों में इस पर कार्यवाही नहीं करता तो कलेक्ट्रेट में धरना देकर उपवास करेंगे। राज्यसभा सांसद ने बताया है कि सुराज यात्रा के दौरान पूरे जिले का भ्रमण किया गया और इस दौरान लोगों ने बताया कि जिले में रेत के दाम आसमान छू रहे हैं और शासन को जो रायल्टी दी जाती है उससे करीब 300गुना ज्यादा राशि आम जन से ली जा रही है जो बर्दाश्त नहीं है व्यापार का मतलब लूट नहीं है। राज्यसभा सांसद ने जिला प्रशासन को 10 दिनों का अल्टिमेटम देते हुए कहा है कि ठेकेदार को बुलाएं और इस संबंध में बात करें सीधी जिले कि रेत पर सीधी का अधिकार पहले है और यदि 10 दिनों में इस व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो कलेक्ट्रेट के समक्ष उपवास रखेंगे साथ ही सीधी से चलने वाले ट्रकों को भी रोका जाएगा। कार्यक्रम में आगे बोलते हुए राज्यसभा सांसद अजय प्रताप सिंह ने कहा कि रेत कि तमाम दिक्कतों का कारण कहीं न कहीं सोन घड़ियाल ही है,और जब से सोन घड़ियाल कि स्थापना हुई है तब से अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो एक वर्ष में मात्र दो घड़ियाल ही बढ़ रहे हैं,जबकि इस घड़ियाल अभ्यारण्य के कारण जिले में कई समस्याएं पैदा हो रही है, जिले में बेरोज़गारी बढ़ रही है, जिले के लोग इस रेत के लिए चोर बन रहे हैं गरीब को घर बनाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और इन तमाम बातों के कारण हमें ऐसे अभ्यारण कि जरूरत नहीं है। सीधी जिले के प्राकृतिक संसाधनों पर सबसे पहले सीधी वालों का अधिकार है और इसके लिए वे कहीं भी बात करने को तैयार हैं, सोन घड़ियाल और एनजीटी से भी।