सीधी (ईन्यूज एमपी)-प्राप्त जानकारी के अनुसार लोक शिक्षण के आदेश के वगैर ही प्राचार्यों के द्वारा मनमानी तरीके से अतिथि शिक्षकों को स्कूल से बाहर किया जा रहा है । अतिथि शिक्षकों के द्वारा बिगत पन्द्रह वर्षों से लगातार अल्प मानदेय में बिद्यालयो में अपनी सेवाएं दी जा रही थी किंतु सरकार के अश्वाशन और झूठी दिलासा का शिकार हुए अतिथि शिक्षक अब अन्न जल त्याग कर सीधी जिला कलेक्ट्रेट परिसर के सामने बीथिका भवन में दिनांक 18.10.2021 से मांग पूरी न होने तक आमरण अनशन पर बैठेंगे । अतिथि शिक्षकों की प्रमुख मांग है अध्यापन कार्य से स्कूल से बाहर किए गए अतिथि शिक्षकों को पुनः उसी संस्था में कार्य करने के लिए वापस बुलाया जाए। कार्यरत अतिथि शिक्षकों के पद को रिक्त पद न माना जाए। 12 महीने का मानदेय दिया जाय। अतिथि शिक्षकों को उतने ही बेतनमान पर नियमित कर दिया जाय। अगर सरकार के द्वारा कोई निर्णय तत्काल नहीं लिया जाता तो अतिथि शिक्षक बेरोजगारी मुखमरी से प्राण देने के बजाय लड कर बीरगती को प्राप्त हो जाएंगे जिनके परिवार की जिम्मेदारी स्वयं सरकार की होगी