आदरणीय पाठक बंधु सादर अभिवादन स्वीकार हो। हम आपके लिए एक ऐसा धारावाहिक लेख प्रस्तुत कर रहे है, जिसमे चार ऐसे लोंगो की जानकारी विशेष है , जिन्होंने विभिन्न अलग अलग क्षेत्रो पर बहुत अच्छा कार्य करके लोंगो का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट किया है, जैसा कि आप हेडिंग से उन कार्यक्षेत्रों के बारे में समझ गए होंगे। मेरी पूरी कोशिश होगी कि उनलोंगो के जीवन के कुछ रोचक, सुखद, और संघर्ष के बारे में जानकारी इकट्ठा करके लिख सकूं, और सहज शब्दो के माध्यम से उस भाव को आपके सामने प्रकट कर सकूं, जिससे आप किसी भी घटना क्रम को पूर्ण रूप से सही समर्थन दे सकें। आपका सचीन्द्र मिश्र सीधी ................................................... 📱 चेहरे चर्चित चार📱 नेता अफसर - विधिक पत्रकार जिनकी कहानी कलम लिखेगी " समाजसेवी " व्यापारी और वैद्य रचनाकार । ................................................... ✍️ संतोष पाण्डेय📱 बीजेपी नेता ................................................... चेहरे चर्चित चार का एक ऐसा शख्स जो राजनीति के क्षेत्र में बीजेपी विधायक केदारनाथ शुक्ल के माद से निकलकर अपनी स्वच्छ छवि कायम रखे हैं, बिना किसी लालच और द्वेष के अपने पार्टी के प्रति समर्पित है, साथ ही ये वर्तमान सीधी विधायक के साए में ही राजनीति में पले बढ़े और राजनीति का ककहरा सीखा हैं, जी हां हम बात कर रहे हैं पूर्व सेमरिया मंडल के अध्यक्ष संतोष पाण्डेय बम्हनी भैया की , इनका गृह स्थान बम्हनी है लेकिन इनका जन्म उनके ननिहाल चुरहट विधानसभा के डढ़िया ग्राम में 30 अक्टूबर 1960 में हुआ, इनके पिता शिक्षक थे, इनकी प्राथमिक शिक्षा बम्हनी से, माध्यमिक खिरखोरी, से व हायर सेकेंडरी सीधी के क्रमांक 2 से पूर्ण हुई। इन्होंने स्वाध्यायी के तौर पर संजय गांधी महाविद्यालय सीधी से बीए की डिग्री हासिल की। श्री पाण्डेय वर्तमान सीधी विधायक के सानिध्य में 1985 से भाजपा के सक्रिय सदस्य बने 2001 से 2007 तक ग्रामीण मंडल के उपाध्यक्ष रहे, 2007 में इन्हें कृषक सेवा सहकारी समिति का अध्यक्ष बनाया गया, इन्हें 2008 से 2012 तक भाजपा का ग्रामीण मंडल का अध्यक्ष बनाया गया एवं 2013 से 15 तक इन्हें सेमरिया मंडल का अध्यक्ष बनाया गया। 2018 के विधानसभा चुनाव एवं 2019 के लोकसभा चुनाव में इन्हें सीधी विधानसभा का संगठन प्रभारी बनाया गया और इन दोनों कार्यकाल में इनकी पार्टी को अच्छे मतों से विजय मिली। वर्ष 2016 से अब तक जिला कार्यकारिणी में सदस्य हैं, साथ ही वर्ष 2017 से किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष भी हैं। इनके बारे में अगर इन्हीं के शब्दों में बात करें तो इन्होंने राजनीति का ककहरा पंडित केदारनाथ शुक्ला के सानिध्य में रहकर सीखी एवं पूर्व जिला अध्यक्ष केके तिवारी से उन्होंने संगठनात्मक राजनीतिक कार्य सीखें श्री संतोष पाण्डेय जी का व्यक्तित्व बेहद सरल सहज व मिलनसार के अलाबा पार्टी के सच्चे सिपाही हैं । किंतु वर्तमान राजनीतिक हालातों के चलते उनकी निष्पक्षता पर संकट के बादल मड़रा रहे हैं , फिर भी वह जंहा हैं और जैसे हैं अच्छे हैं । .............................. .................... ✍️ प्रदीप शुक्ल📱 परियोजना अधिकारी ... ........... .................................. चर्चित चेहरे चार में आज चर्चा एक ऐसे अधिकारी की जो प्रभार विहीन अधिकारियों की श्रेणी में सुमार है बेशक उम्र में ज्यादा बड़े नही है लेकिन उनकी कार्य शैली बेहद उमदा व अनुभव से परिपूर्ण है सीधी जिले से ही उभर कर छोटे से कार्यकाल में ही कई जिलो में अपनी छाप छोड़ चुके है ,इन्हे प्रकृति से काफी लगाव है साथ ही ये स्वास्थ्य के प्रति बेहद सजग है शायद यही कारण है कि ये कभी जंगल तो कभी पहाड़ो की सैर करते सोसल मीडिया में दिखाई दे जाते है| इसके अतिरिक्त ये अपनी जड़ो से जुड़े व्यक्ती है परिवार के प्रति इनका लगाव भी सोसल मीडिया के मार्फत समय समय पर प्रकट होता रहता है । जी हां हम बात कर रहे है हसमुख चेहरे के धनी व मिलनसार जिला पंचायत सीधी के मनरेगा परियोजना अधिकारी प्रदीप शुक्ल की.... प्रदीप शुक्ल का जन्म सीधी जिले से लगे रामगढ़ में 7 दिसम्बर 1982 को हुआ इनकी प्रारंभिक शिक्षा सरस्वती शिशु मदिर से हुई, एवं स्नातक की पढाई इन्होने स्थानीय संजय गांधी महाविद्यालय से की इन्होने संजय गांधी महाविद्यालय सीधी से बी कॉम करने के बाद स्नातकोतर की पढ़ाई देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर से की जहां इन्होने पत्रकारिता एवं जनसंचार में एम ए की डिग्री हासिल की । पढ़ाई के बाद इन्होने बतौर परियोजना अधिकारी महात्मा गाँधी नरेगा से अपने कार्यकाल की शुरुआत की इनके कार्य का प्रारम्भिक बिंदु डिंडोरी रहा, इसके बाद इन्होने सिंगरौली, सीहोर में सेवाए दी एवं वर्तमान में ये अपने गृह जिले सीधी में ही विगत कुछ वर्षो से जिला पंचायत की मनरेगा शाखा में परियोजना अधिकारी के रूप में पदस्थ है । श्री शुक्ल बेहद सरल सहज व्यक्तित्व के अधिकारियो के रूप में जाने जाते है,अधिकारियो के रुआब को दरकिनार कर ये सब से बेहद शालीनता से मुखातिब होते है, हलाकि ये बात भी सही है की ये अपने कार्य के प्रति बेहद सजग और निडर है, काम में कोताही इन्हें बर्दास्त नही है, फिर भी आम जीवन में ये बेहद सहज है| प्रकृति के प्रति इनका अलग ही लगाव है कड़ाके की ठण्ड व कोहरे में जब सभी बिस्तर में होते है ऐसे में ये पहाड़ो की उचाई नापते दिख जाते है, आम तौर पर देखा जाता है की लोग अपनी शहरी चकाचौध व सम्पनता का दिखावा करते है, लेकिन श्री शुक्ल ग्रामीण परिवेश को अपना मूल बताते हुए भी दिख जाते है, वर्तमान में जब सब एकाकी परिवार को महत्त्व देते है तो ये संयुक्त परिवार का महत्त्व और उसके प्रति अपनी निष्ठा के साथ सार्वजानिक होते है । वहरहाल पिछले दो सालों से वह जिला पंचायत की स्थानीय राजनीति और एक तथाकथित अधिकारी के चक्रव्यूह में उलझकर अपने दायित्वों से परे हैं । कारण कि प्रदीप मास्टर डिग्री जर्नलिज्म है... भला जनर्लिस्ट वाले गुण जर्नलिज्म के कीड़े अन्याय से कैसे समझौता करले ....? जिले के एक तथाकथित अधिकारी से अनवन का नतीजा ही कंहें कि प्रदीप प्रभार विहीन पीओ हैं । ................................................... ✍️ जनार्दन तिवारी📱 एडवोकेट ................................................... चर्चित चेहरे चार विधि के कालम में आज हमारे साथ है जिले के चर्चित अधिवक्ता जो वकील के साथ साथ पत्रकार भी है, और काफी असरदार भी है, अपनी लम्बी चौड़ी पर्सनाल्टी के साथ साथ दबंग अंदाज के लिए माहिर अधिवक्ता जनार्दन तिवारी को भला कौन नहीं जनता अपने बेवाक बोली और अपनी टोली के साथ अक्सर चर्चा में बने रहने वाले जनार्दन तिवारी का जन्म 20 जनवरी 1970 में सीधी जिले के सिहावल विधानसभा अंतर्गत घोपरी गांव में हुआ । इनकी प्रारंभिक शिक्षा ग्राम घोपरी के प्रायमरी व सुपेला से मिडिल की पढाई हुई | हाई स्कूल की पढाई इन्होने हिनौती से की इसके अतिरिक्त इन्होने साइंस कालेज रीवा से स्नातक(बीएससी) की एवं संजय गांधी महाविद्यालय सीधी से विधि की डिग्री प्राप्त की । श्री तिवारी ने विधि की डिग्री लेने के उपरांत 2002 से वकालत को अपना पेशा बनाते हुए जिले के वरिष्ठ अधिवक्ता रामप्रसाद तिवारी के सानिध्य व मार्गदर्शन में वकालत की शुरुआत की और आज भी वकालत के क्षेत्र में लगे हुए है, वकालत के अतिरिक्त इन्होने पत्रकारिता में भी अपनी पकड़ साबित करते हुए विभिन्न चैनलों में काम किया जिसमे2012 में विजन वर्ड से इनकी शुरुआत हुई,इसके बाद 2013 में आई बी सी चैनल ,2015 में स्वराज एक्सप्रेस,में बतौर ब्यूरो चीफ रहे, इसके बाद इन्होने 2018 में अनादि न्यूज भोपाल व 2020 से inh mp cg में पत्रकारिता कर रहे है । जनार्दन एक बेबाक चेहरा है जिनकी पीठ पीछे बुराई करना आदत में सुमार नही , जब तक जिसके साथ हैं तो हैं ...? नही तो नही ...? बहरहाल बेबाक इस चेहरे की धमक वकालत और पत्रकारिता दोनों में साथ साथ है ... और हां तकनीकी क्षेत्र में भी यह चेहरा अनुभवी है । कारण कि जब कभी एक जमाने में केबल नेटवर्क का जमाना था उस समय जनार्दन शहर की हर गलियों से लेकर घर घर तक टेलीविजन के मार्फत उनकी खनक गूंजती थी । समय बदला वक्त बदला और डिजिटल मीडिया के उदयमान होने से भले ही केबल नेटवर्किंग का महत्व घटते क्रम में हो ...लेकिन इतना जरूर है कि जनार्दन को पत्रकारिता की चुलुक केबल नेटवर्क से हांसिल हुई है । जो कभी काली कोट तो कभी माइक आईडी के साथ शहर में देखे जाते हैं । .................................................. ✍️हरीश द्विवेदी📱 युवा पत्रकार ................................................... आज हम जिस पत्रकार के बारे में चर्चा करेंगे बेशक उनका कार्यकाल बड़ा नही है लेकिन उनकी पहचान बड़ी और नटखट है लेखक के घर से तालुकात रखने वाले युवा पत्रकार हरीश द्विवेदी को समाज का हर तबका जानता है,युवा जोश व उत्साह से परिपूर्ण अपने कार्य में सदैव तटस्थ रहने वाले सीधी जिले में वर्तमान समय पर न्यूज 18 की कमान थामे रखने वाले हरीश द्विवेदी का जन्म सीधी से लगे हुए कुबरी स्थित ननिहाल में 10.9.1993 को हुआ था । तत्सम की शिक्षा दीक्षा कुबरी के शासकीय स्कूल से प्रायमरी व शेष हायर सेकंडरी तक की पढाई सेमरिया से प्राप्त की । इन्होने अपनी पत्रकारिता की शुरुआत सीधी जिले का पहला न्यूज पोर्टल ईन्यूज एमपी से की इसके बाद इन्होने दबंग समाचार और दबंग न्यूज चैनल में काम किया धीरे धीरे पत्रकारिता के क्षेत्र में अपना कद बढ़ाते हुए इन्होने दैनिक भास्कर में भी वरिष्ठ पत्रकार ब्रजेश पाठक के सानिध्य में कुछ पल बिताया है । इसके बाद इन्होने तत्कालीन etv न्यूज चैनल में लेखक के साथ बतौर न्यूज इन्फार्मर बहरी में अपनी सेवाए दी , etv से इन्फार्मर रहते हुए इन्होने ind 24 चैनल के मार्फत जिले में अपनी पहचान को मजबूत किया और वर्तमान में न्यूज 18 का प्रतिनिधित्व करते हुए पिछले पांच सालों में जिले के चर्चित पत्रकारों में ख्याति प्राप्त कर चुके है । हरीश द्विवेदी मूलतः सिहावल विधानसभा क्षेत्र के बहरी थाना अंतर्गत गोडाही ग्राम के निवासी हैं, लेकिन इनका बचपन ननिहाल में ही बीता , इनके पिता मूलतः सामान्य किसान है और किसान के घर से निकल कर इन्होने जिले में आज अपनी अलग पहचान बनायीं है , अपने निडर चंचल स्वाभाव व उत्सुकतापूर्ण प्रवित्ति के कारण कई बार इन्हें कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ा फिर भी दायित्वों से विमुख नही हुये । कारण कि बचपना अखबार की खुसबू में व्यतीत होने के नाते चंचल प्रवृत्ति आम बात है , किंतु पत्रकारिता के ककहरे में परिपक्वता का मजबूत पक्ष हांसिल होने के बाबजूद भी परिपक्वता न्यून होना कष्टप्रद है । यही कारण है कि बेबजूद लोग तत्सम के कंधे पर आये दिन बंदूक रखकर फायर करते रहते हैं आवश्यकता इस बात की है कि खुद पर आत्मनिर्भर बने ताकि आगे चलकर एक अच्छा कलमकार बने ।