सीधी (ईन्यूज एमपी)-राज्यसभा सांसद अजय प्रताप सिंह कि ग्राम लोक सुराज पदयात्रा के दौरान मड़वास मे सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ला व जिला पंचायत अध्यक्ष अभ्युदय सिंह कि त्रिमूर्ति के चर्चों ने सीधी कि राजनीति में हलचल पैदा कर दी है। कुछ लोग इस त्रिमूर्ति को लेकर आशान्वित हैं तो कुछ चिंतित सीधी कि राजनीति में चल रही गुटबाजी किस ओर जाएगी। आयोजित सभा मे राजस्व अभिलेखों में बड़ी गड़बड़ी की ओर राज्य सभा सांसद द्वारा ध्यान इंगित किया गया है, एवं इसकी नियमावली में संशोधन के संकेत दिए गए हैं। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन से सीधी जिले में राज्यसभा सांसद अजय प्रताप सिंह द्वारा ग्राम लोक सुराज पदयात्रा की शुरुआत की गई है इस यात्रा के दौरान ग्रामीण अंचलों में जाकर भाजपा के पुराने कार्यकर्ताओं से व शहीदों के परिजनों से मुलाकात की जा रही है, साथ ही गांव गांव में व्याप्त समस्याओं का जायजा भी लिया जा रहा है।इसी तारतम्य मे यात्रा के दौरान मड़वास में आयोजित सभा में राज्यसभा सांसद द्वारा राजस्व मामलों की गड़बड़ियों पर टिप्पणी करते हुए कहा गया है कि कंप्यूटरीकृत राजस्व अभिलेखों में बड़ी गड़बड़ियां व्याप्त है, राजस्व दस्तावेजों में त्रुटिया तो कर दी जाती हैं, लेकिन उनके सुधार के लिए न्यायपालिका के पास भेजा जाता है, जो सर्वथा उचित नहीं है, त्रुटियों का सुधार उसी प्रकार होना चाहिए जिस प्रकार से त्रुटियां हुई है उसके लिए आम आदमी को दर दर भटकना ना पड़े इसके लिए राजस्व त्रुटियों के सुधार की नियमावली में संशोधन किया जाएगा। राज्यसभा सांसद के उक्त कार्यक्रम में सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ला एवं जिला पंचायत अध्यक्ष अभ्युदय सिंह राजा मड़वास की उपस्थिति ने सीधी की राजनीति में भी गरमाहट पैदा कर दी है गौरतलब है कि सीधी की राजनीति वर्तमान में गुटबाजी का शिकार है, और ऐसे में इन त्रिमूर्तियों की जोड़ी का मंच साझा करना गुटबाजी की आग में कहीं घी न साबित हो। ग्राम सुराज यात्रा में संयोजक सुधीर शुक्ल , कमलेश्वर तिवारी , अखिलेश पाण्डेय , रामनरेश मिश्र , गुरुदत्त शरण शुक्ल मालिक , शुरेष सिंह चौहान , धर्मेन्द्र शुक्ल , अम्बुज सिंह चौहान सहित सैकड़ों की तादाद में कार्यकर्ताओं की उपस्थिती उल्लेखनीय रही ।