सीधी (ईन्यूज़ एमपी)- कोरोना जैसी भयंकर महामारी से लड़ रहे लोगों के लिए इन दिनों वायरल फीवर भी एक बड़ी समस्या बना हुआ है बदलते मौसम और धूप छांव के कारण आए दिन लोग सर्दी जुखाम उल्टी दस्त व अन्य मौसमी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। जी हां बता दें कि शहर के साथ-साथ इन दिनों वनांचल क्षेत्रों में भी वायरल फीवर एक बड़ी समस्या बना हुआ है, और उससे भी बड़ी समस्या वनांचल में स्थापित उप स्वास्थ्य केंद्र है......? कहने को तो शासन द्वारा जगह जगह उप स्वास्थ्य केंद्र खोले गए हैं और उनमें एएनएम की नियुक्तियां भी की गई हैं लेकिन जिस उद्देश्य को लेकर इनकी नियुक्तियां की गई हैं कदाचित ये एएनएम इन्हें भूल गई हैं और अपने घरेलू कार्यों में व्यस्त रहती हैं वही इन पर निगरानी रखने वाले भी अपने कर्तव्य से विमुख देखे जा रहे हैं शायद इसी का परिणाम है कि ज्यादातर उप स्वास्थ्य केंद्रों में केवल ताले ही लटकते देखे जा रहे हैं ग्रामीणों की माने तो ये ताले तभी खुलते हैं जब पोलियो की दवा पिलाई जाती है। गौरतलब है कि शासन द्वारा लोगों को उनके निवास स्थान के आसपास ही प्राथमिक उपचार उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से उप स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना की गई थी लेकिन अब यह महज पोलियो टीकाकरण केंद्र ही बनकर रह गए हैं, छुटपुट बीमारियों या दुर्घटनाओं के बाद यदि ग्रामीण चाहे की उप स्वास्थ्य केंद्र से उपचार करा लिया जाए तो यह उनके लिए महज एक स्वप्न की तरह है, क्योंकि वनांचल में अधिकतर स्वास्थ्य केंद्र बंद ही देखे जाते हैं।