श्योपुर (ईन्यूज एमपी)- श्योपुर से कांग्रेस विधायक बाबू सिंह जंडेल बाढ़ पीड़ितों को अनाज नहीं मिलने पर तहसीलदार पर भड़क गए। एक अफसर से वे तू तड़ाक वाली भाषा पर उतर आए। MLA ने कहा, कैसा तहसीलदार है तू। तूने भ्रष्टाचार मचा रखा है श्योपुर के अंदर। तू 500- 500 रुपए में बिकने वाला तहसीलदार है। इस बीच तहसीलदार भरत नायक ने कहा कि विधायक जी मुझे फोन पर सुनने में थोड़ी गलती हो गई। यह सुनकर विधायक जंडेल का पारा और चढ़ गया और उन्होंने कहा कि अरे गलती नहीं, तू बार-बार मुझे सरकार की धौंस देता है। जो हो सके कर लेना, मुझे जेल भेज देना, FIR दर्ज करवा देना। मामला बड़ौदा नगरीय क्षेत्र में सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित वार्ड 15 के लोगों को 50 किलो अनाज नहीं मिलने से जुड़ा है। लोगों ने विधायक से अभी तक बाढ़ प्रभावित परिवारों को शासन की तरफ से मिलने वाला 50 किलो गेहूं नहीं बंटने की शिकायत की थी। विधायक ने बुधवार देर शाम तहसीलदार को फोन लगाया तो तहसीलदार ने सबको खाद्यान्न बांट दिए जाने की बात कही। इसी बात पर नाराज विधायक बड़ौदा पहुंच गए। वार्ड 15 के बाढ़ पीड़ितों के सामने ही तहसीलदार को बुला लिया और खरीखोटी सुनाई। शर्म नहीं आती, तुम कचरा हो प्रधानमंत्री आवास का लाभ भी भाजपा के लोगों के कहने पर अपात्रों को दे दिया, तुझे शर्म नहीं आती। तू लगातार मुझसे झूठ बोलता रहा कि मैंने गरीबों में आटा बंटवा दिया है। एक भी बाढ़ पीड़ित बचा नहीं है। यह 200 आदमियों की भीड़ मेरे साथ आई है, इनमें से एक को भी आटे का बैग नहीं मिला, बता देना कहां बांट दिया आटा। मुख्यमंत्री ने कहा है कि मैं भ्रष्टाचार नहीं होने दूंगा फिर भी तू ने भ्रष्टाचार मचा रखा है। कौन सा नेता है जिसके कहने पर तू भ्रष्टाचार कर रहा है। जिले के लिए तू कचरा है। कलेक्टर वर्मा जी ईमानदार है अच्छा काम कर रहा है। वह गरीबों की सुन रहा है। पहले एसडीएम उपाध्याय यहां कचरा था उसने यहां भ्रष्टाचार मचा रखा था, वो कचरा यहां से निकल गया, तू कचरा और बच गया है।