मुरैना(ईन्यूज एमपी)- रविवार की सुबह जिला अस्पताल में एक युवक जली हुई हालत में पहुंचा, जिसने चार लोगों पर पेट्रोल डालकर आग लगाने के आरोप लगाए। साथ ही सिविल लाइन थाना पुलिस पर भी गुहार नहीं सुनने के आरोप लगाए। घटना के कुछ देर बाद सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया, जिसमें आग से जला युवक ही खुद को आग लगाने का संदिग्ध लग रहा है। पुलिस ने भी घायल द्वारा खुद को आग लगाने की बात कही है। ललितापुरा निवासी 32 साल का रघुवीर पुत्र सियाराम खरे जली हुई हालत मंे जिला अस्पताल लाया गया। बकौल रघुवीर खरे वह सुबह 8 बजे के करीब गडोरा का पुरा की रोड पर जा रहा था, इसी दौरान अजय जाटव, अमित जाटव, रिंकू जाटव और विनोद खरे ने उसे घेर लिया और मारपीट करने के बाद उसके ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। घायल के अनुसार शनिवार की शाम को भी इन चारों ने उसे बुरी तरह पीटा, जिसकी शिकायत लेकर वह सिविल लाइन थाने में गया, लेकिन सिविल लाइन पुलिस ने उसकी शिकायत नहीं सुनी। पुलिसकर्मियों ने उसे भला-बुरा कहकर थाने से भगा दिया। इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस ने रघुवीर खरे को संदिग्ध बताया है। पुलिस के अनुसार जिन चार लोगों पर रघुवीर आरोप लगा रहा है, वह इसके रिश्तेदार हैं, इनमें किसी बात को लेकर विवाद चल रहा है। इन चारों को पुलिस के केस में फसाने के लिए रघुवीर ने खुद आग लगाई है। इतना ही नहीं आग से झुलसे रघुवीर के चचेरे भाई का भी कहना है, कि नशे की हालत में रघुवीर ने खुद को आग लगाई है। उधर घटना के बाद नायब तहसीलदार भी घायल का बयान दर्ज करने पहुंचे। उसके बाद रघुवीर खरे को जिला अस्पताल से ग्वालियर रेफर कर दिया गया। सीसीटीवी में भी रघुवीर की गतिविधि संदिग्ध रघुवीर खरे को गड़ोरा का पुरा रोड पर पेट्रोल डालकर जहां आग लगी है, उस जगह का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। इसमें दिख रहा है कि रघुवीर खरे शॉल या चादर उढ़कर आ रहा है। उसके हाथ में बोतल जैसा भी दिख रहा है। इसके बाद वह सड़क के एक हिस्से में कुछ सेकंड के लिए खड़ा होता है। सड़क के जिस हिस्से में वह खड़ा है वहां तक सीसीटीवी कैमरे का पूरा फोकस नहीं है, कैमरे में रघुवीर व वहां खड़े कुछ लोगों का कमर से नीचे का हिस्सा दिख रहा है। कुछ देर बाद ही रघुवीर के छाती-पेट व पैरों में आग लगना शुरू होती है। आग लगने के बाद रघुवीर सड़क पर गिरता और उसके बाद एक एक युवक उसकी आग बुझाता दिख रहा है।