भोपाल (ईन्यूज एमपी)-मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर सियासी हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया, कांग्रेस बाढ़ के नाम पर सिर्फ राजनीति कर रही है। शिवराज ने कहा- हमारे एक मित्र (कमलनाथ) बाढ़ पीड़ितों से मिलने के बजाय हेलीपैड पर नुकसान का आकलन करके निकल गए। दूसरे (दिग्विजय) बाढ़ पीड़ितों के बीच गए, तो कह आए कि राहत राशि व सामग्री मैं भिजवा रहा हूं। मुख्यमंत्री ने कहा, हमारी पार्टी (BJP) जमीन पर रहकर काम करती है। बाढ़ के दौरान और पानी उतरने के बाद भी प्रभारी मंत्री अपने-अपने जिलों में प्रभावितों के बीच में हैं। प्रशासन भी पूरी ताकत के साथ हालात ठीक करने में जुटा है। उन्होंने कहा- मैं जब मुख्यमंत्री नहीं था, तब भी लोगों के बीच जाता था। शिवराज ने कमलनाथ की कार्यप्रणाली को लेकर तंज कसा। कहा- वे सुबह एक ट्वीट करते हैं। हर दिन इससे आसान राजनीति और क्या हो सकती है? कहीं ना जाना और ना आना। वे जब मुख्यमंत्री थे, तब सितंबर 2019 में मंदसौर, नीमच व रतलाम में बाढ़ से किसानों की फसल चौपट हो गई थी। एक सप्ताह तक ना तो वे (कमलनाथ) गए और ना ही उनकी कैबिनेट का सदस्य किसानों का दर्द सुनने गया। उन्होंने कहा कि जब मैं मंदसौर में धरने पर बैठा था, उसके बाद कमलनाथ मंदसौर गए थे, लेकिन उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान उन किसानों को राहत राशि नहीं बांटी। वे अब हम पर सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने कमलनाथ को सलाह दी है, पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की जयंती पर संकल्प लें कि वे केवल सोशल मीडिया की राजनीति से दूर रहेंगे। 3 तरह से राहत दे रही सरकार मुख्यमंत्री ने कहा, ग्वालियर-चंबल में आई बाढ़ के बाद सरकार पीड़ितों को 3 तरह से मदद की जा रही है। पहला- तात्कालिक राहत, दूसरा- पुनर्वास और तीसरा- बाढ़ में क्षतिग्रस्त हुए सड़कें व पुल-पुलिया का पुनर्निर्माण का काम, लेकिन इसमें समय लगेगा। उन्होंने कहा, फसलों के नुकसान का आकलन होने में समय लगेगा, जो तात्कालिक राहत राशि देने के साथ ही अनाज उपलब्ध कराया है। फिलहाल 5 गांवों में बिजली नहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कों की मरम्मत और बिजली की व्यवस्था प्राथमिकता के आधार पर की जा रही है। फिलहाल 5 गांव में बिजली बंद है। इसमें से 2 गांव में शुक्रवार देर शाम या शनिवार तक बिजली बहाल हो जाएगी।