इंदौर (ईन्यूज एमपी)- जंगल से सागवान की लकड़ी चुराकर ले जा रहे ग्रामीणों और वनकर्मियों के बीच मंगलवार अलसुबह पांच बजे मुठभेड़ हो गई। ग्रामीणों ने वनकर्मियों पर गोफन से हमला कर दिया। एक घंटे दोनों ओर से पत्थरबाजी हुई। हमले में डिप्टी रेंजर का अंगूठा कट गया, जबकि दो अन्य को चोट आई है। एक आरोपित अरुण भील को गिरफ्तार कर 16 सागवान की सिल्लियां जब्त की हैं। पांच अन्य आरोपित भाग निकले। सूचना मिली थी कि महेश्वर में नर्मदा किनारे सागवान की लकड़ियां पहुंचाई जाएंगी, जो चोरल-बड़वाह मार्ग से आएंगी। तत्काल इंदौर-चोरल रेंज के 15 वनकर्मियों की तीन टीमें बनाई गईं। सोमवार रात 11 बजे वनकर्मी चोरल रेंज पहुंचे। एसडीओ एके श्रीवास्तव व रेंजर मुकेश अलावा ने टीम का नेतृत्व किया। जैसे ही बाइक सवारों को रोका तो गोफन से पथराव शुरू कर दिया रात 11.30 बजे टीम चोरल-बड़वाह मार्ग से लगे जंगलों में लकड़ी चोरों का इंतजार करने लगी। मंगलवार सुबह साढ़े पांच बजे तीन बाइक पर छह आरोपित सागवान की लकड़ियां लेकर निकले। एक बाइक तेजी से वनकर्मियों की तरफ बढ़ी। डिप्टी रेंजर राजेश नगवाडे, श्याम गोहे सहित अन्य वनकर्मियों ने डंडे से चालक को मारा तो दूसरे बाइक सवारों ने गोफन से पथराव शुरू कर दिया। घटना में घायल डिप्टी रेंजर नगवाडे ने बताया कि पत्थर से बचने में मेरा हाथ सिल्लियों से टकरा गया, जिससे अंगूठा कट गया, वहीं राहुल दात्रे और श्याम गोहे को भी चोट आई है।