भोपाल (ईन्यूज एमपी)-प्रदेश का हर नागरिक मंहगाई से परेशान है और शिवराज सिंह चौहान सरकार ने जनहित के मुद्दों से किनारा करते हुए संवैधानिक संस्थाओं का मजाक बनाकर मात्र तीन घंटे में ही विधान सभा समाप्त कर दिया। । आज रीवा में विधायक एवं पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि शिवराज सिंह चौहान सरकार ने मानसून सत्र सिर्फ 4 दिन के लिए बुलाया और उसे भी सिर्फ मात्र 3 घंटे में समाप्त कर दिया। पटेल ने कहा कि सरकार को लोकतंत्र में विश्वास नहीं है । सदन चलाना ही नहीं चाहती है । सारे महत्वपूर्ण कानून बिना चर्चा किए ही पास कराएं । यह प्रजातंत्र के मूल्यों के खिलाफ है। पटेल ने कहा कि विपक्ष के सभी जन प्रतिनिधि जनता की आवाज उठाते रहेंगे। उन्होने कहा कि सदन अनेक सवाल जन सामान्य से जुड़े उठाए जाने थे। उन्होने कहा कि आजादी के बाद महंगाई चरम सीमा पर है। डीजल रु 101, पेट्रोल,रु 111एवं रसोई गैस 1001 के अंक के पार हो जाएगा । भाजपा नेता जनता को गुमराह करने पर तुले हैं। भारत को विश्व गुरु बनाने के सपने दिखा रहे हैं। पटेल ने कहा की आमजन महंगाई के चलते बड़ी मुश्किल से अपना गुजर-बसर कर पा रहा है । यूपीए सरकार के समय सरसों का तेल ₹65 था अब ₹210 प्रति लीटर,चीनी ₹25 प्रति किलो थी अब ₹42 प्रति किलो,सीमेंट ₹195 थी अब ₹410, स्टील की कीमत ₹3600 थी अब 6500, मोटरसाइकिल उस समय 50,000 में आती थी अब 90,000, गैस सिलेंडर ₹350 का था अब 880 रुपए का गैस सब्सिडी ₹250 समाप्त कर दी है। पटेल ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार में दिग्विजय सिंह जी एवं कमलनाथ जी के समय पिछड़ा वर्ग को आरक्षण 14% से बढ़ाकर 27% किया गया । शिवराज सरकार ने माननीय उच्च न्यायालय में हलफनामा दिलवाकर आरक्षण 14% तक सीमित करवाया । यह उनकी पिछड़ा वर्ग विरोधी नीति है। पटेल ने कहा कि भाजपा के प्रदेश सरकार ने कोरोना से हुई मौतों के आंकड़े को छिपा रही है। विद्युत तारों में करंट नहीं लेकिन विद्युत बिलों के करंट से जनता को झटके लग रहे हैं। बढी हुई विद्युत दरें एवं जगह-जगह खराब पड़े ट्रांसफार्मर जिसमें विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में कई माह से विद्युत ट्रांसफार्मर नहीं बदलने के कारण कई दिनों से बिजली नहीं होने से परेशानी का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को परेशान किया जा रहा है। अन्नदाता को महंगा खाद,बीज एवं फसल का वाजिब मूल्य सरकार नहीं दे रही है। पटेल ने कहा कि मप्र के ग्वालियर, चंबल और बुंदेलखंड क्षेत्र में बाढ़ से जान माल का नुकसान हुआ है। कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से बाढ़ पीड़ितों के साथ है। भाजपा की सरकार में बनाए गए दर्जनों पुल गुणवत्ता विहीन निर्माण के कारण ताश के पत्ते की तरह ढह गए। पटेल ने आगे कहा कि महिला उत्पीड़न में प्रदेश देश में नंबर एक की स्थिति में है। नेमावर का हत्याकांड, सीहोर एवं गुना जिले में महिलाओं महिला उत्पीड़न सहित पूरे प्रदेश में बेटियां महिलाएं सुरक्षित नहीं है। वर्ष 2021 के केवल 3 माह में ही 2600 से अधिक बलात्कार एवं उत्पीड़न की घटनाएं दर्ज हुई हैं। पटेल ने कहा कि बलात्कार में मप्र फिर से नंबर वन बन गया है। शिवराज सिंह सरकार में कर्मचारी विरोधी नीतियों से सरकारी कर्मचारी ,संविदा, दैनिक वेतन भोगी, कलेक्ट्रेट दर,अन्य कार्यरत कर्मचारी ,जूनियर डॉक्टर, नर्स, आशा कार्यकर्ता ,पटवारी सभी परेशान एवं निराश हैं और हड़ताल के लिए विवश है।