पथरौला/सीधी (ईन्यूज यमपी) अभिलाष तिवारी:- जिले के संजय टाइगर रिजर्व एरिया अंतर्गत एक वर्ष से अधिक समय से विचरण कर रहे हाथियों के झुंड का ताण्डव थमने का नाम नहीं ले रहा है। यही वजह है कि आदिवासी बाहुल्य जनपद पंचायत कुशमी के तकरीबन दर्जन भर गांव के ग्रामीणों की नींद हराम हो गई है और बीते 3 वर्षों से रतजगा करने को मजबूर हैं। ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि बीते बुधवार की दरम्यानी रात्रि तकरीबन 12 बजे हाथियों का झुंड तिनगी के जंगलों से निकल कर ग्राम पंचायत खैरी के पटेहटा गांव पहुंच कर तकरीबन आधा दर्जन किसानों के धान का बेंहडा को चौपट कर दिया गया है। बताया गया कि हाथियों द्वारा बीरेंद्र सिंह पिता हरप्रसाद सिंह, कृष्णदेव सिंह पिता बंशगोपाल सिंह, सुरेश सिंह पिता हरप्रसाद सिंह, दिनेश सेन पिता परमेश्वर दीन सेन, दादूलाल यादव पिता शोभई यादव, अच्छेलाल नाई पिता पियारे नाई, रामदयाल नाई पिता पियारे नाई निवासी पटेहटा की रोपाई के लिए 20 से 25 दिनों में तैयार किए गए धान के बेंहडा को कुछ तो खा गए और कुछ को पैरों तले दबाकर रौंद डाला है। जिसमें तकरीबन 35 प्रतिशत से 70 प्रतिशत की फसल का नुक़सान हुआ है। जैसे ही हाथियों के झुंड की गांव की तरफ आने की सूचना मिली तो ग्रामीणों द्वारा शोर शराबा करते हुए हाथियों के झुंड को जंगलों की तरफ खदेड़ा गया। तत्पश्चात घटना की सूचना राजस्व सहित वन विभाग को दी गई। घटना की सूचना पर गुरुवार को सुबह परिक्षेत्र सहायक पोंडी श्रीनिवास सेन, हल्का पटवारी ददरी राजेश कोरी, हल्का पटवारी पोंडी राजीव सिंह घटना स्थल पर पहुंच कर सभी किसानों की उपस्थिति में मौका मुआयना करते हुए स्थल पंचनामा तैयार कर नुकसानी का सर्वेक्षण किया गया है। हाथियों का झुंड अभी भी तिनगी, बूढनडोल, के जंगलों में स्वछंद विचरण कर रहे हैं।