सीधी(ईन्यूज एमपी)टोंको-रोंको-ठोंको क्रांतिकारी मोर्चा के संयोजक उमेश तिवारी ने बताया है कि 'खेती बचाओ- लोकतंत्र बचाओ' आंदोलन के तहत संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आपातकाल के 46 वर्ष पूरे होंने और वर्तमान किसान आंदोलन जो संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले देश के 550 किसान संगठनों द्वारा भारतीय कृषि एवं कृषकों को कम्पनी राज के हवाले करने वाले तीन नए कृषि क़ानून के खिलाफ देशव्यापी आन्दोलन चलाया जा रहा हैं आंदोलन के 7 माह पूरे होंने के अवसर पर मोदी सरकार की तानाशाही के खिलाफ, तीनों कृषि कानून रद्द करने, न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी दिए जाने, मंडी व्यवस्था दुरुस्त किये जाने, सभी 24 फसलों की सरकारी खरीद सुनिश्चित किये जाने, बिजली संशोधन बिल 2020 वापस लेने, फसल बीमा के भुगतान से वंचित किसानों को अतिशीघ्र भुगतान किये जाने, कोरोना लाकडाउन में बागवानी, दूध उत्पादन करने वाले किसानों को हुए नुकसान का मुआवजा तत्काल दिए जाने, सभी किसानों की सम्पूर्ण कर्जामुक्ति किये जाने, वन अधिकार दावेदारों को नियमानुसार पट्टें दिए जाने, मध्यप्रदेश में खनन माफियाओं द्वारा अवैध रेत खनन किया जा रहा है अवैध उत्खनन पर तत्काल रोक लगाए जाने सहित प्रदेश के किसानों की समस्याओं का ज्ञापन पत्र राष्ट्रपति महोदय को कलेक्टर सीधी के माध्यम से दिया गया। इस अवसर पर संयुक्त किसान मोर्चा के आव्हान पर देश भर में विभिन्न राज्यों के राज्यपालों को और जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपे गए है। उमेश तिवारी ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा (मध्यप्रदेश) के निम्न संगठनों द्वारा किसानों की समस्याओं को लेकर कलेक्टर के माध्यम से राष्ट्रपति महोदय को ज्ञापन पत्र दिया गया है। नर्मदा बचाओ आंदोलन - अखिल भारतीय किसान सभा- किसान जागृति संगठन - अखिल भारतीय किसान सभा (अजय भवन) - टोकों, रोकों, ठोकों क्रांतिकारी मोर्चा - क्रांतिकारी किसान मजदूर संगठन - शहीद राघवेंद्र सिंह किसान संघर्ष समिति- एआईकेकेएमएस - किसान संघर्ष समिति - जागृत आदिवासी दलित संगठन - सीटू - एटक - भारतीय किसान युनियन - श्रमिक जनता संघ - भारतीय किसान श्रमिक जनशक्ति युनियन - अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा - भारतीय किसान युनियन (अराजनीतिक) - बर्गी बांध विस्थापित संघ - भारतीय किसान एवं मजदूर सेना - किसान क्रांति - किसान गर्जना - एन ए पी एम - आम किसान युनियन - भारतीय किसान युनियन (टिकैत)- जन आंदोलनों का राष्ट्रिय समन्वय, भारतीय किसान युनियन ( चढ़ुनी)। सादर प्रकाशनार्थ प्रवक्ता टोंको-रोंको-ठोंको क्रांतिकारी मोर्चा