सीधी ( ईन्यूज एमपी) जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित सीधी की गांधीग्राम ब्रांच की 146 ट्रेक्टर ऋण वितरण मामले की 28 फाइलें लापता हैं , लापता फाइलों की पतासाजी के लिये वर्तमान ब्रांच मैनेजर ने सीईओ कॉपरेटिव बैंक को पत्र लिखा है। बता दें कि गांधीग्राम ब्रांच द्वारा वर्ष 2011 12 और 13 के दौरान करीब 146 ऐसे लोगों के नाम ट्रैक्टर ऋण स्वीकृत किए गए थे जिन्हें आज तक कुछ अता पता नहींकी ट्रेक्टर आखिर हैं कंहा , उस जमाने के दो ब्रांच मैनेजर , चार समिति सेवकों , दो दलालों सहित कुछ अन्य जिम्मेदारों द्वारा कूटरचित दस्तावेज तैयार करके 146 किसानों के नाम करीब दो करोड़ का चूना लगाया गया था । ऋण माफियाओं की इस जालसाजी का पता तब चला जब उन गरीब आदिवासियों के नाम वसूली की नोटिस बैंक प्रवंधन द्वारा जारी की गई । ऋण माफियाओं की जालसाजी के शिकार हुये गरीबों ने जब इस पूरे मामले की दरकार सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ल से की तो वह भी जानकर आश्चर्य चकित रह गये । ट्रेक्टर ऋण घोटाले की जांच कराकर गरीबों को न्याय दिलाने की दिशा में जब सीधी विधायक ने मुख्यमंत्री शिवराज के संज्ञान में यह मामला लाया तब आनन फानन में एक जिला स्तरीय जाचदल गठित कर दी गई । पिछले कुछ दिनों से जांच भी युध्द स्तर पर चल रही है , लेकिन काजल की इस कोठरी से फाइलें ही लापता हो गई हैं जिससे जांच दल को जांच में व्यवधान पैदा हुआ है । समझा जाता है कि गांधीग्राम ब्रांच के पूर्व प्रवंधन द्वारा साक्ष्य मिटाने के उद्देश्यसे फाइलें लापता की गई होगी हला की इस मामले की एक प्रति फाइल जिला मुख्यालय की मुख्य ब्रांच मे जरूर होगी , जहां पर उस जमाने के एक चर्चित चेहरे द्वारा ऋण स्वीकृति के नाम पर प्रति ट्रेक्टर पर पचास हजार की वसूली करता था । वहरहाल लापता 28 फाइलों की पतासाजी करना प्रशासन के लिये टेंढीखीर है ।