बीजापुर (ईन्यूज एमपी)-जिले के तेलंगाना सीमा से सटे पामेड़ इलाके में रविवार सुबह हुई मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया। उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई है। दो जवान भी घायल हुए हैं, जिन्हें हेलीकाप्टर से निकालकर जगदलपुर मेडिकल कालेज में भर्ती किया गया है। उनकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है। जगदलपुर मेडिकल कालेज में भर्ती मुठभेड़ में घायल जवान। एसपी कमलोचन कश्यप ने बताया कि तेलंगाना से सटे जिले के पामेड़ से लेकर बासागुड़ा और सुकमा जिले के जगरगुंडा के बीच के जंगलों में तेलंगाना के नक्सलियों का ठिकाना है। तेलंगाना के बड़े नक्सली नेताओं की सुरक्षा नक्सलियों की सीआरसी कंपनी करती है। फोर्स को सूचना मिली थी कि तेलंगाना स्टेट कमेटी के हरिभूषण, दामोदर आदि नक्सली नेता पामेड़ से काफी अंदर अति संवदेनशील भट्टीगुड़ा के जंगलों में छिपे हुए हैं। उन्हें पकड़ने के लिए बीजापुर जिले के पामेड़, बासागुड़ा, उसूर और सुकमा जिले के जगरगुंडा व चिंतलनार से डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड), एसटीएफ, कोबरा बटालियन, सीआरपीएफ व जिला बल की संयुक्त टीम को रवाना किया गया था। फोर्स की अलग-अलग टीमें जब भट्टीगुड़ा के मुकराजगट्टा की पहाड़ी पर पहुंचीं तो वहां छिपे नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया। करीब घंटेभर की फायरिंग के बाद नक्सली भाग खड़े हुए। मारे गए नक्सली की शिनाख्त नहीं हो पाई मौके की सर्चिंग करने पर एक नक्सली का शव, चार राइफल, बड़ी संख्या में पाइप बम, टिफिन बम, नक्सली साहित्य व दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद की गई है। मारे गए नक्सली की शिनाख्त नहीं हो पाई है। मुठभेड़ में बासागुड़ा थाने में पदस्थ आरक्षक चंद्रू कड़ती व कोबरा टीम के आरक्षक संदीप घोष घायल हुए हैं। एसपी ने बताया कि घटनास्थल से बरामद हथियारों से साफ है कि कुछ और नक्सली मारे गए अथवा घायल हुए हैं, जिन्हें उनके साथी ले जाने में सफल हो गए हैं।