ग्वालियर(ईन्यूज एमपी)-लाेकायुक्त की टीम ने गुरूवार काे ग्वालियर कलेक्ट्रेट स्थित आैषधीय विभाग में पदस्थ लिपिक काे 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथाें गिरफ्तार किया है। लधेड़ी निवासी महेंद्र पाल ने बताया कि उसे दवा मार्केटिंग का लाइसेंस बनवाना था। 3150 रुपये की रसीद कटवाने के बाद जब कलेक्ट्रेट स्थित आैषधीय विभाग पहुंचा ताे वहां ड्रग इंस्पेक्टर अजय ठाकुर से मुलाकात हुई। ड्रग इंस्पेक्टर ने लाइसेंस के लिए 30 हजार रुपये की डिमांड रखी। पैसे के लेनदेन काे लेकर कई दिनाें से बातचीत का दाैर चल रहा था। 27 अक्टूबर काे जब मैने फाेन किया आैर दफ्तर आने की बात कही ताे ड्रग इंस्पेक्टर अजय ठाकुर बाेले कि तुम दफ्तर मत आआे, मैं तुम्हारी दुकान पर आ जाऊंगा। दुकान पर हुई बातचीत के बाद वे 25 हजार में लाइसेंस देने काे राजी हाे गए। मैने इसकी पूरी रिकार्डिंग सहित लाेकायुक्त में शिकायत दर्ज करा दी। इसके बाद गुरूवार काे लाेकायुक्त की टीम ने महेंद्र काे 25 हजार रुपये लेकर कलेक्ट्रेट स्थित आैषधीय विभाग में भेजा। दफ्तर में ड्रग इंस्पेक्टर अजय ठाकुर माैजूद नहीं थे। फाेन पर चर्चा के आधार पर लिपिक अयूब खान काे 25 हजार रुपये थमा दिए। इसके साथ ही लाेकायुक्त की टीम ने लिपिक काे रंगे हाथाें पकड़ लिया। टीम काे अजय ठाकुर माैके पर माैजूद नहीं मिले हैं, लेकिन अॉडियाे रिकार्डिंग टीम के पास माैजूद है।