भोपाल(ईन्यूज एमपी)- पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ की भाजपा प्रत्याशी इमरती देवी की ओर इशारा करते हुए एक टिप्पणी से प्रदेश की सियासत गरमा गई है। डबरा की सभा में कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे को सीधा-साधा बताते हुए कमल नाथ ने कहा कि ये वैसे नहीं है, आप (जनता) तो मुझसे ज्यादा जानते हो, पहले ही सावधान कर देते कि ये क्या (अशोभनीय शब्द) है। कमल नाथ की टिप्पणी को मंत्री इमरती देवी का अपमान बताते हुए शिवपुरी में करैरा के आमोल व पोहरी के झिरी गांव की सभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि कमल नाथ तुम्हें शर्म आनी चाहिए, मेरी मंत्री को (अशोभनीय शब्द) कहते हो। भूल गए कि एक द्रोपदी के अपमान पर महाभारत हो गई थी। ग्वालियर में शिवराज सिंह ने कहा कि वे भोपाल में सोमवार को सुबह 10 से 12 बजे तक मौन धरने पर बैठेंगे। सभा में कमलनाथ ने कहा कि ये सुरेश राजे हमारे उम्मीदवार हैं। सरल, सीधे-साधे, ये तो करेंगे। ये उसके जैसे नहीं है, क्या नाम है उसका (भीड़ में से आवाज आती है इमरती), मैं क्या उसका नाम लूं, मेरे से ज्यादा तो आप लोग पहचानते हो, पहले ही सावधान कर देना चाहिए था कि ये क्या (अशोभनीय शब्द) है। पूर्व मुख्यमंत्री ने अपमान किया, वर्तमान मुख्यमंत्री करेगा प्रायश्चित कमल नाथ की सभा के बाद शिवपुरी जिले में शिवराज सिंह चौहान की सभा हुई। इसमें शिवराज ने कमल नाथ पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह वो धरती है जहां जनता किसी मां-बहन या बेटी का अपमान सहन नहीं कर सकती है। ये दंभ से भरे लोग आज गालियां देने का काम कर रहे हैं। कोई गरीब है तो उसका अपमान करोगे, यदि जाटव के घर पैदा हुई है तो उसका अपमान करोगे। ग्वालियर में मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इमरती देवी के अपमान के विरोध में सोमवार को भोपाल में दो घंटे मौन धरने पर बैठेंगे। एक पूर्व मुख्यमंत्री ने अपमान किया है, प्रायश्चित वर्तमान मुख्यमंत्री करेगा। इमरती देवी के नाम का जिक्र तक नहीं किया मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने मामले में स्पष्टीकरण जारी किया है। उन्होंने कहा कि सभा में कमल नाथ ने कहीं भी मंत्री इमरती देवी का नाम तक नहीं लिया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि मैं किसी का नाम नहीं लेता। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि यह क्या (अशोभनीय शब्द) है। इन शब्दों में इमरती देवी का नाम तक नहीं है। भाजपा खुद इमरती देवी के नाम के साथ ऐसे शब्द जोड़कर नारी जाति का अपमान कर रही है। इसके लिए भाजपा को माफी मांगनी चाहिए। उधर, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि कमल नाथ के बयान से सिर्फ इमरती देवी का नहीं बल्कि राजनीतिक जीवन में काम करने वाली हर एक महिला का अपमान हुआ है। कमल नाथ की चुनाव आयोग में शिकायत उधर, कमल नाथ के बयान को लेकर भाजपा ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में शिकायत करते हुए कमल नाथ पर कार्रवाई करने की मांग है। यह भी कहा है कि कमल नाथ को उपचुनाव तक प्रचार के लिए प्रतिबंधित करने के साथ उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाए।