पचमढ़ी (ईन्यूज़ एमपी):मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की नेतृत्व में आज मध्यप्रदेश की पांचवीं डेस्टिनेशन कैबिनेट बैठक पचमढ़ी के सुरम्य वनों और ऐतिहासिक विरासत के बीच आयोजित की जा रही है। जबलपुर, दमोह, महेश्वर और इंदौर के बाद अब राज्य की सरकार 'हिल स्टेशन कैबिनेट' के रूप में पचमढ़ी में जुटी है—लेकिन इस बार बैठक सिर्फ प्रशासनिक नहीं, गौरव और इतिहास से जुड़ी है। राजभवन परिसर में आयोजित हो रही यह विशेष कैबिनेट बैठक गोंड राजा भभूत सिंह की स्मृति को समर्पित है, जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ गोरिल्ला युद्ध जैसी युक्तियाँ अपनाकर उन्हें लोहे के चने चबाने पर मजबूर कर दिया था। राजा भभूत सिंह को नर्मदांचल का "शिवाजी" कहा जाता है, और मुख्यमंत्री ने उनके ऐतिहासिक योगदान को सम्मान देने की मंशा से यह बैठक पचमढ़ी में रखी है। कैबिनेट बैठक में राजा भभूत सिंह की प्रतिमा स्थापना और नर्मदांचल के किसी संस्थान का नाम उनके नाम पर रखने का प्रस्ताव आ सकता है। इस प्रतीकात्मक फैसले के ज़रिए सरकार क्षेत्रीय गौरव और जनभावनाओं को साधने की रणनीति पर काम कर रही है। साथ ही मुख्यमंत्री पचमढ़ी और आसपास के पर्यटन स्थलों के विकास के लिए 33.88 करोड़ रुपये के विभिन्न कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन भी करेंगे। ₹12.49 करोड़ के लोकार्पण कार्यों में शामिल हैं: जटाशंकर और पांडव गुफाओं में पिंक टॉयलेट लाउंज, जयस्तंभ पर ₹10 करोड़ का पाथवे, जलगली से धूपगढ़ तक जल पाइपलाइन व पंप हाउस, पचमढ़ी प्रवेश द्वार का सौंदर्यीकरण, सतपुड़ा रिट्रीट में किचन, रेस्टोरेंट और स्विमिंग पूल का नवीनीकरण। ₹21.39 करोड़ के भूमिपूजन कार्यों में शामिल हैं: हांडी खो में पर्यटक सुरक्षा के कार्य, टाइगर रिजर्व में आधारभूत सुविधाएं, आरओ जल प्लांट, हिलटॉप बंगला को होमस्टे में बदलने की योजना, MICE योजना के तहत कम्युनिटी सेंटर, ग्लेन व्यू में केंद्रीय नर्सरी।