उज्जैन(ईन्यूज एमपी)- शहर में जहरीली शराब पीने से गुरुवार दोपहर तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है। बुधवार को सात लोगों की मौत के बाद गुरुवार सुबह नृसिंह घाट और ढाबा रोड क्षेत्र में दो और शव मिले थे। वहीं दोपहर में दो लोगों की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतकों में 10 मजदूर हैं। ये सभी फुटपाथ आदि स्थानों पर रहते थे। वहीं एक व्यक्ति ठेला लगाता था। मामले में आठ आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। खाराकुआं थाना प्रभारी एमएल मीणा, एसआइ, निरंजन शर्मा, आरक्षक शेख अनवर और नवाज शरीफ को निलंबित कर दिया गया है। आइजी राकेश गुप्ता शाम को प्रेसवार्ता करेंगे। बता दें कि बुधवार को पुराने शहर के खाराकुआं, महाकाल और कोतवाली थाना क्षेत्र के अलग-अलग इलाकों में छह मजदूर सहित सात लोगों की मौत हो गई थी। छत्री चौक, खाराकुआं गली, तेलीवाड़ा, बेगमबाग इलाके से मजदूरों के शव मिले थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस की जांच से पता चला कि मौतें जहरीली शराब पीने से हुई हैं। पुलिस जांच कर ही रही थी कि गुरुवार सुबह दो और मजदूरों के शव मिले। वहीं दो की इलाज के दौरान मौत हो गई। मल्टी लेवल पार्किंग में बनाते थे शराब पुलिस की अभी तक की जांच में यह पता लगा है कि छत्री चौक स्थित मल्टी लेवल पार्किंग में कुछ लोग स्प्रिट आदि केमिकल से जहरीली शराब बनाकर 20 से 30 रुपये में बेचते थे। मजदूर और भिक्षुक इन्हें खरीदते थे। गिरफ्तार किए गए आठ लोगों से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। इसके अलावा क्षेत्र में कई स्थानों पर दबिश भी दी जा रही है। सीएम ने कहा- उच्च स्तरीय जांच होगी केस की जांच के लिए एसआइटी गठित कर दी गई है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने इस मामले में सरकार पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने माफियाओं पर नकेल कसी थी, मगर वर्तमान सरकार इसमें नाकाम रही है।