काबुल : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जब अफगानिस्तान के लोगों को सच्चे और उदार दोस्तों के तौर पर देखने के भारतीयों के नजरिये की बात की तो मशहूर हिंदी फिल्म СजंजीरТ में दिग्गज अभिनेता प्राण की अदाओं से सजे पठान СशेरखानТ के यादगार किरदार का जिक्र करना नहीं भूले। मोदी ने अफगान सांसदों को दिये भाषण में रवींद्रनाथ टैगोर की लिखी मशहूर कहानी СकाबुलीवालाТ के इस नाम वाले शीर्ष किरदार का भी उल्लेख किया और साथ ही दोनों देशों की जनता के बीच मजबूत सांस्कृतिक आदान प्रदान और लोगों के बीच संबंधों को उजागर करने के लिए अफगान क्रिकेट टीम की सफलता की भी बात की। भारतीय प्रधानमंत्री ने सदियों पुराने संबंधों के लिए कई प्रतीकात्मक संदर्भों के साथ अफगानिस्तान की संसद को संबोधित करते हुए वहां के लोगों की दिलेरी, साहस और उदार मित्रता के लिए उनकी तारीफ की। उन्होंने СजंजीरТ फिल्म में हिंदी सिनेमा के सबसे पसंदीदा पठान किरदार-शेरखान पर फिल्माये एक मशहूर गीत के बोल याद किये और मुस्कराते हुए कहा कि यारी है ईमान मेरा, यार मेरी जिंदगी। उन्होंने अफगानिस्तान के सांसदों के लिए इस पंक्ति का अनुवाद भी किया। मोदी ने कहा कि भारत सदियों पुराने अपने संबंधों में अफगान लोगों को कुछ इस तरह देखता है। उन्होंने दोनों देशों के बीच परिदृश्य में सुधार पर जोर दिया जहां भारतीय और अफगान मिलकर आर्थिक समृद्धि की दिशा में काम कर सकें और इस दौरान उन्होंने रवींद्रनाथ टैगोर के СकाबुलीवालाТ का जिक्र किया।