पथरौला/सीधी (ईन्यूज यमपी):-- महिला बाल विकास परियोजना मझौली के द्वारा 27 दिसंबर को शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मझौली में" लाडो अभियान" अंतर्गत सेमिनार का आयोजन किया गया।जिसमें मुख्य अतिथि रूबी सिंह अध्यक्ष नगर परिषद मझौली रहीं। वहीं विद्यालय के प्राचार्य ,शिक्षकगण तथा छात्र छात्राएं व महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी एवं पर्यवेक्षक उपस्थित मैं कार्यक्रम संपादित कराया गया।परियोजना अधिकारी सत्यभामा सिंह चौहान द्वारा सेमिनार के उद्देश्य की जानकारी देते हुए बताया गया कि बाल विवाह प्रतिषेध नियम 2006 एवं बाल विवाह अवरोध अधिनियम 1929 में निहित प्रावधानों के क्रियान्वयन को लाडो अभियान के रूप में क्रियान्वित किया जा रहा है। वर्ष 2013 में संचालित इस अभियान को दिनांक 21 अप्रैल 2015 को भारत सरकार की ओर से प्रधानमंत्री के सर्वोच्च सेवा पुरुष्कार से सम्मानित किया गया।बाल विवाह की रोकथाम हेतु लाडो अभियान चलाया जा रहा है।इसमें बालिकाओं का विवाह कम उम्र में होने पर उनका मानसिक व शारीरिक विकास नहीं होता है। जिसका दुष्प्रभाव जच्चा -बच्चा एवं समाज के ऊपर भी पड़ता है।वहीं इस अभियान के उद्देश्य पर पर्यवेक्षक महिला बाल विकास रत्ना पटेल एवं रीना यादव के द्वारा विस्तार से जानकारी दी गई। लाडो अभियान का मुख्य उद्देश बालक बालिकाओं की शादी कम उम्र में ना करना एवं उनके सादी की सही उम्र बालक 21 वर्ष एवं बालिका की 18 वर्ष होनी चाहिए। इस अवस्था में शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रुप से परिपक्व हो जाते हैं। सत्यभामा सिंह चौहान परियोजना अधिकारी महिला बाल विकास परियोजना मझौली