नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ काबीना मंत्री आजम खान ने पेरिस हमले को लेकर विवादित बयान दिया है। पेरिस अटैक पर विवादित बयान देकर राजनितिक दलों के निशाने पर आ गए हैं। आजम खान ने पेरिस पर हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा कि एक्शन का रिएक्शन (क्रिया की प्रतिक्रिया) है।
उन्होंने कहा कि रिएक्शन कहां से हो रहा है ये सुपरपावर देशों को सोचना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि अगर ऐसे ही रिएक्शन होते रहे तो हालात और बिगड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि तेल के लिए अमेरिका और रूस ने पूरे मिडिल ईस्ट को तबाह कर दिया। उन्होंने कहा कि तबाह हुए देशों के कुओं के तेल से अमेरिका और यूरोप रोशन हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इतिहास तय करेगा कि बड़ा आंतकवादी कौन है और कौन नहीं।
फ्रांस की राजधानी पेरिस में हुए आतंकवादी हमले के बारे में खान ने कहा कि आतंकवादियों ने जो किया वह निहायत गलत है, लेकिन अमेरिका और रूस द्वारा तेल के कुंओं पर कब्जा करने के लिये अरब देशों पर हमले करके बेगुनाहों का कत्लेआम किया जाना भी उतना ही गलत है। आजम खान के इस बयान की बीजेपी और कांग्रेस ने कड़े शब्दों में निंदा की है।
खां ने कल देर रात कल्कि महोत्सव में शिरकत के दौरान संवाददाताओं से कहा कि फ्रांस की राजधानी पेरिस में परसों आतंकवादियों ने जो किया वह निहायत गलत है, लेकिन अमेरिका और रूस द्वारा तेल के कुंओं पर कब्जा करने के लिये अरब देशों पर हमले करके बेगुनाहों का कत्लेआम किया जा रहा है। यह हरकतें भी पेरिस हमलों जितनी ही गलत हैं। उन्होंने कहा कि तेल की भूख की वजह से पश्चिमी देशों ने इराक, लीबिया, सीरिया और अफगानिस्तान को पहले ही बरबाद कर दिया है। पेरिस पर हमले वाकई निंदनीय हैं लेकिन उनकी मीमांसा करने से पहले यह भी देखा जाना चाहिये कि माचिस की पहली तीली किसने जलायी थी।
गौर हो कि फ्रांस की राजधानी पेरिस में शनिवार तड़के सुबह हुए IS के आतंकी हमले में 129 लोगों की मौत हो गई है और करीब 300 लोग घायल हैं। इनमें 80 की हालत गंभीर है। पेरिस में थियेटर, स्टेडियम और रेस्टोरेंट समेत 6 जगहों को IS के आतंकियों ने निशाना बनाया।