दिल्ली(ईन्यूज़ एमपी)- देश में आज का दिन शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। सन् 1958 से इस दिन राष्ट्रपति द्वारा शिक्षकों को नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया जाता था, लेकिन इस बार इस परंपरा को तोड़ते हुए इस साल उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने शिक्षकों को सम्मानित करेंगे। यह कार्यक्रम आज विज्ञान भवन में आयोजित किया जाएगा। हालांकि बाद में राष्ट्रपति भवन में भी शिक्षकों के सम्मान में एक समारोह आयोजित होने वाला है। इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद होस्ट की भूमिका होंगे। वहीं मीडिया से बातचीत के दौरान नायडू ने आज स्कूली पाठ्यक्रमों में देश की सांस्कृतिक विरासत और जीवन मूल्यों को शामिल करने की सलाह देते हुए लोगों से मातृभाषा में बोलने और एक दूसरे की भाषाएं सीखने का आह्वान किया। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के योगदान की चर्चा करते हुए गुरु को ब्रह्मा की संज्ञा देते हुए कहा कि वह अपने जीवन में आज जिस मुकाम पर पहुंचे हैं, उसके पीछे शिक्षक का ही योगदान है लेकिन आज अच्छे शिक्षक मिलना लुप्त प्रजाति के समान हो गया है। उन्होंने देश की सांस्कृतिक और भाषायी विविधता तथा एकता की चर्चा करते हुए कहा कि हमें अपने भारतीय होने पर गर्व करना चाहिए और स्कूली पाठ्यक्रमों में देश की सांस्कृतिक विरासत और जीवन मूल्यों को शामिल किया जाना चाहिए।