रीवा (ईन्यूज़ एमपी): प्रयागराज महाकुंभ में शामिल होने के लिए दक्षिण भारत समेत देशभर से लाखों श्रद्धालु मध्य प्रदेश की सीमा से होकर गुजर रहे हैं। लेकिन भारी भीड़ और वाहनों की लंबी कतारों के कारण प्रदेश की सीमाओं पर भीषण जाम लग गया है। खासकर रीवा-चाकघाट बॉर्डर पर यातायात पूरी तरह बाधित हो गया है, जिससे हजारों वाहन फंसे हुए हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश को अलर्ट मोड पर रखा है। आपको बता दें कि कल बीते शाम मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने विंध्य रीजन के तमाम बड़े अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से वर्चुअली जाम के हालातो का जायजा लिया तथा व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने और हालातो पर नजर बनाए रखने के लिए डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल को जिम्मेदारी सौंपी है। डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल रीवा-चाकघाट बॉर्डर पर पूरे मार्ग का निरीक्षण कर श्रद्धालुओं की सुविधा और जाम की स्थिति का जायजा लेंगे। प्रशासन हाई अलर्ट पर, कड़ी निगरानी जारी सरकार ने स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी न हो। इसके लिए भोजन-पानी, ठहरने की सुविधा और चिकित्सा सेवाओं की व्यवस्था करने के आदेश दिए गए हैं। बॉर्डर पर संकट, प्रशासन के लिए चुनौती: यातायात व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। जाम की वजह से बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। ऐसे में सरकार और जिला प्रशासन हरसंभव कोशिश कर रहा है कि श्रद्धालुओं को जल्द से जल्द राहत मिले और यातायात सुचारू रूप से संचालित हो सके। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल आज रीवा से चाकघाट तक का दौरा करेंगे और हालात की समीक्षा करेंगे। वहीं, प्रशासन श्रद्धालुओं से सहयोग और धैर्य बनाए रखने की अपील कर रहा है।