भोपाल (ईन्यूज एमपी)-मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। राज्य में दलों के बीच चुनावी संग्राम भी शुरू हो चुका। कॉंग्रेस, भाजपा समेत सभी पार्टियां जोरों-शोरों से तैयारी में जुटी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चुनाव से पहले ही कोटवारों का मानदेय दोगुना कर दिया है। साथ ही कई अन्य घोषणाएं भी की है। जिसे लेकर अब कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है और भाजपा सरकार पर 18 वर्षों से प्रदेश के कोटवार बंधुओं को छलने का आरोप लगाया है। साथ ही काँग्रेस की सरकार बनने का दावा करते हुए 6 बड़ी घोषणाएं की है। इतना ही नहीं उन्होनें कोटवारों के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए भू राजस्व संहिता में बदलाव करने का वादा भी कर दिया है। सीएम शिवराज के वादे को बताया झूठ रविवार को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर कहा, “शिवराज जी ने आज मध्य प्रदेश के कोटवार भाइयों को अपनी झूठ की प्रयोगशाला में बुलाया था। उन्होंने एक बार फिर कोटवार बंधुओं से वही वादे कर दिए, जिन्हें कभी पूरा न करने की कसम शिवराज जी ने खाई है। जिस मुख्यमंत्री ने 18 साल के कार्यकाल में कोटवार बंधुओं को हर बार छलने के सिवा कुछ ना किया हो, उसके वादों की हकीकत सभी लोग जानते हैं।” उन्होंने कहा “मैं कोटवार बंधुओं को विश्वास दिलाता हूं कि जल्द ही प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनेगी।” कमलनाथ की घोषणाएं कमलनाथ ने कोटवारों से 6 वादे भी किए है। जिसे कॉंग्रेस सरकार बनने पर पूरा किया जाएगा। उन्होंने कोटवार पद का नाम बदलने की घोषणा की है। ग्राम रक्षक पद से कोटवार पद को सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा कोटवारों की भूमि के विवाद और मांग पर स्थायी निर्णय लेने का वादा भी कमलनाथ ने किया है। जरूरत के मुताबिक कोटवार के नए पद सृजित किए जाएंगे और भर्ती की जाएगी। ग्राम कोटवार के असमर्थ होने पर उसके वारसान को नियुक्ति के लिए स्थायी व्यवस्था करते हुए प्राथमिकता देने की घोषणा भी की गई है। उन्होंने आगे कहा, “भू राजस्व संहिता में संशोधन कर कोटवार पर कार्यवाही करने का अधिकार कलेक्टर या अपर कलेक्टर को सौंपा जाएगा, ताकि कोटवारों को न्याय सुनिश्चित किया जा सके। कोटवारों को मानदेय, अन्य सुविधाओं और मांगों पर सहानभूति पूर्वक निर्णय करेंगे”