खंडवा (ईन्यूज एमपी)- कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा खंडवा के बोरगांव बुजुर्ग से शुरू हो चुकी है। मध्यप्रदेश में यात्रा का यह दूसरा दिन है। राहुल के साथ मध्यप्रदेश कांग्रेस के तमाम नेता और उनकी बहन प्रियंका गांधी भी यात्रा में पैदल चल रही हैं। आज यात्रा का 78वां दिन है। प्रियंका पहली बार इस यात्रा में शामिल हुई हैं। हल्की ठंड के कारण वे जैकेट में नजर आईं। उनके साथ रॉबर्ट वाड्रा और उनके बेटे रेहान वाड्रा भी हैं। इससे पहले सोनिया गांधी 1 दिन के लिए यात्रा में शामिल हुई थीं। राहुल गांधी रास्ते में रुस्तमपुर से टंट्या भील की जन्मस्थली जाएंगे। यहां जनसभा होगी। इसके बाद डूल्हार के गुरुद्वारा में लंच ब्रेक होगा। यहां से यात्रा छैगांव माखन के लिए चलेगी, वहां नुक्कड़ सभा के बाद दूसरे दिन का सफर खत्म होगा। रात्रि विश्राम खरगोन जिले के खेरदा में होगा। प्रदेश में यात्रा की शुरुआत बुधवार को बुरहानपुर के बोदरली गांव से हुई है। यात्रा 12 दिन में 6 जिलों को नापती हुई 4 दिसंबर को राजस्थान में एंट्री करेगी। 65 किलोमीटर का है ये रूट मध्यप्रदेश में दूसरे दिन की यात्रा खंडवा जिले के बोरगांव बुजुर्ग से शुरू होकर छैगांव माखन में खत्म होगी। इस यात्रा का सफर करीब 65 किलोमीटर है। इस दूरी को ऐसे समझ सकते हैं कि बोरगांव बुजुर्ग से खेरदा की दूरी 48 किलोमीटर है। वहीं, राहुल गांधी रास्ते में टंट्या भील की जन्मस्थली बडौदा अहीर जाएंगे, जो मेन हाईवे पर रुस्तमपुर से 10 किलोमीटर दूर है। वहीं, यात्रा की वापसी बडौदा अहीर से पंधाना होकर डूल्हार फाटा पर होगी, जो करीब 12 किलोमीटर दूर है। यानी 21 किलोमीटर का सफर अलग से होगा। इस तरह, डूल्हार से रुस्तमपुर के बीच की 4 किलोमीटर दूरी घटा दें, ताे कुल 65 किलोमीटर की दूरी होगी। 65 किलोमीटर की यात्रा में टंट्या भील जन्मस्थली जाने के लिए राहुल गांधी को वाहन से 20 किलोमीटर का सफर (आना-जाना) तय करना पड़ेगा। इसी तरह, छैगांव माखन में खंडवा तिराहे पर देर शाम नुक्कड़ सभा होगी। नुक्कड़ सभा के बाद राहुल गांधी की पदयात्रा यहीं खत्म हो जाएगी। यहां से वाहन में सवार होकर वे 20 किलोमीटर दूर खरगोन जिले में प्रवेश कर खेरदा में रात्रि विश्राम करेंगे। यानी राहुल गांधी 65 किलोमीटर की यात्रा में 23 किलोमीटर ही पैदल चलेंगे। बाकी सफर वाहन में सवार होकर पूरा करेंगे। दूसरे दिन की यात्रा बोरगांव से खेरदा पहुंचेगी। कुल दूरी- 48 किलोमीटर है। वहीं, बोरगांव से रुस्तमपुर होकर व्हाया टंट्या भील जन्मस्थली जाने से यात्रा की दूरी बढ़कर 65 किलोमीटर होगी। ये यात्रा रुस्तमपुर से क्रॉस होकर 11 किलोमीटर भीतर जाएगी। वापस 10 किलोमीटर चल कर मेन रोड पर 4 किलोमीटर आगे डूल्हार फाटे (तिराहा) पर मिलेगी। यानी, यात्रा के सफर में 17 किलोमीटर का इजाफा हुआ। 48 और 17 मिलाकर 65 किलोमीटर दूरी हो जाएगी। भारत जोड़ो यात्रा में यहां-यहां पैदल चलेंगे राहुल गांधी बोरगांव बुजुर्ग के पास होटल रनवे से राहुल गांधी की पदयात्रा शुरू होगी, जो 11 किलोमीटर तक चलकर रुस्तमपुर पहुंचेगी। यहां नाश्ता किया जाएगा। राहुल गांधी को वाहन से बडौदा अहीर ले जाया जाएगा। वापस वाहन से वे डूल्हार फाटा आएंगे। डूल्हार में भोजन के बाद फिर पैदल यात्रा शुरू होगी, जो 12 किलोमीटर चलकर छैगांवमाखन आएगी। यहां राहुल गांधी नुक्कड़ सभा करेंगे। रात का समय होने के कारण छैगांवमाखन में ही पदयात्रा खत्म हो जाएगी। इसके बाद 20 किलोमीटर इंदौर-इच्छापुर हाइवे पर ही रात्रि विश्राम होगा।