(ईन्यूज एमपी)- मध्य प्रदेश में बंगला पॉलिटिक्स दिखने लगी है. डिंडौरी में सरकारी बंगला न मिलने से हताश होकर नव निर्वाचित जिलापंचायत अध्यक्ष रुदेश परस्ते ने अपने ऑफिस की पार्किंग स्थल में डेरा जमा लिया है. उन्होंने टीन शेड के चारों तरफ तंबू लगाकर अपना आशियाना बना लिया है. सर्दी से बचने के लिए तंबू के पास ही अलाव की व्यवस्था की गई है. साथ ही समर्थकों समेत खुद के लिए तंबू में खाने का इंताम भी किया गया है. जिलापंचायत अध्यक्ष के लिए सिविल लाइन स्थित ई-टाइप सरकारी बंगला आवंटित है. उन्हें अपने इसी आधिकारिक आवास में रहना है, लेकिन इसके लिए वो तीन महीने से इंजतार कर रहे हैं. क्योंकि इस बंगले में अभी बीजेपी के कद्दावर नेता और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रह रही है. पूर्व जिलापंचायत अध्यक्ष ज्योतिप्रकाश धुर्वे अपने पति बीजेपी के कद्दावर नेता ओमप्रकाश धुर्वे के साथ रह रही हैं. ज्योतिप्रकाश धुर्वे जिलापंचायत अध्यक्ष का चुनाव हारने के बाद भी सरकारी बंगले को खाली नहीं कर रही हैं, जबकि जिलाप्रशासन के द्वारा उक्त बंगला नवनिर्वाचित जिलापंचायत अध्यक्ष रुदेश परस्ते को आवंटित किया जा चुका है. तंबू लगाकर बैठे जिला पंचायत अध्यक्ष डिंडौरी जिलापंचायत अध्यक्ष पर धुर्वे दंपति का पिछले 17 सालों से कब्जा रहा है. लिहाजा उक्त बंगले में वे 17 सालों से लगातार निवास कर रहे हैं. नवनिर्वाचित जिलापंचायत अध्यक्ष रुदेश परस्ते का कहना है कि वे बंगले के लिए तीन महीने से प्रशासनिक अधिकारीयों के चक्कर काट रहे हैं. लेकिन अब उन्होंने परेशान होकर जिलापंचायत कार्यालय परिसर में ही तंबू लगाकर रहने का फैसला किया है. अब प्रशासन के एक्शन का इंतजार प्रशासन ने सरकारी बंगला खाली करने पूर्व जिलापंचायत ज्योतिप्रकाश धुर्वे को नोटिस भी जारी किया गया है, लेकिन राजनैतिक रसूख के चलते धुर्वे दंपति बंगला खाली करने के मूड में नहीं दिख रहे हैं. अब देखना होगा की इस धरने के बाद प्रशासन कैसे पूर्व जिलापंचायत अध्यक्ष ज्योतिप्रकाश धुर्वे और उके पति ओमप्रकाश धुर्वे से बंगला खाली करा पाते हैं.