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Home मध्य प्रदेश प्रधानमंत्री आज भक्तों को समर्पित करेंगे ‘महाकाल लोक’; गर्भगृह में करेंगे महाकाल का पूजन

प्रधानमंत्री आज भक्तों को समर्पित करेंगे ‘महाकाल लोक’; गर्भगृह में करेंगे महाकाल का पूजन

उज्जैन (ईन्यूज एमपी)- बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर के नए दर्शन परिसर ‘महाकाल लोक’ काे मंगलवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भक्तों को समर्पित करेंगे। इस मौके पर नगर में महामहोत्सव होगा और दीपोत्सव मनाया जाएगा। प्रधानमंत्री शाम 5.30 बजे आएंगे।

वे सबसे पहले भगवान महाकालेश्वर का पूजन करेंगे। इसके बाद महाकाल लोक का शुभारंभ कर अवलोकन करेंगे। यहां से वे कार्तिक मेला मैदान पहुंचकर सभा को संबोधित करेंगे। सभा में मालवा-निमाड़ के साथ प्रदेश के विभिन्न अंचलों से लोग आएंगे।

महाकाल का महोत्सव तीन हजार साल पहले भी होता था। चक्रवर्ती सम्राट विक्रमादित्य के प्राप्त पुरातात्विक प्रमाणों ने यह साबित किया है कि रुद्र महोत्सव और उज्जयिनी महोत्सव मनाने की भी परंपरा रही है। विक्रमादित्य से जुड़े पुरावशेषों की खोज और इनके प्रमाणीकरण में जुटी मप्र महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ ने ऐसे प्रमाण जुटाए हैं जिनमें महाकाल के महोत्सव की परंपरा का पता चलता है।

शोध पीठ के पूर्व निदेशक व संस्कृतिविद् डॉ. भगवतीलाल राजपुरोहित बताते हैं उज्जैन के गढ़कालिका क्षेत्र से ऐसे सिक्के, मुद्रा और शिलालेख मिले हैं, जिन पर महाकाल के महोत्सव का उल्लेख मिलता है। पुरावशेषों पर रुद्र महोत्सव और उज्जयिनी महोत्सव का भी उल्लेख मिलता है।


डॉ. राजपुरोहित के अनुसार विक्रमादित्य महाकाल की पूजा रुद्र के रूप में करते थे, क्योंकि स्कंद पुराण में कहा गया है कि शिव की पूजा यदि शिवलिंग के स्वरूप में की जाती है तो उसे रुद्र पूजा कहा जाता है। विक्रमादित्य ने जब महाकाल के महोत्सव की शुरुआत की, तब संभवत: यादगार के तौर पर तालाब का निर्माण कराया जिसका नाम रुद्र के नाम पर रखा जो अब रुद्र सागर कहलाता है।

प्रद्योत और विक्रमादित्य ने भी किया था महाकाल का महोत्सव, उज्जयिनी व रुद्र महोत्सव भी होता था, संग्रहालय में रखे सिक्के, सील और शिलालेख इसके गवाह

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