भोपाल (ईन्यूज एमपी)-मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार सुबह 7 बजे श्योपुर जिले की समीक्षा बैठक ली। इस दौरान कड़े तेवर दिखाते हुए उन्होंने श्योपुर जिले के खाद्य अधिकारी (DSO) को सस्पेंड कर दिया। राशन वितरण से जुड़ी गलत जानकारी देने पर CM ने उनके खिलाफ ये एक्शन लिया। वर्चुअल मीटिंग में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं पर टू-द-पॉइंट बात की। जिले की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, जो काम के बदले दाम मांगे, उन्हें नौकरी से बाहर करो। CM ने कहा कि राशन वितरण में गड़बड़ी करने वालों को हम छोड़ेंगे नहीं। जानिए, समीक्षा बैठक में क्या हुआ, CM बोले- DSO को अभी सस्पेंड करता हूं... CM ने पूछा : 'राशन आपके ग्राम' के तहत 4 गाड़ियां संचालित हैं, मेरे पास जो शिकायतें हैं, उनमें उचित मूल्य की दुकान नियमित नहीं खुल रहीं? कलेक्टर: राशन वितरण मामले में लापरवाही के मामले में 11 FIR की गई हैं। पेनाल्टी भी लगाई गई है। SP: 11 FIR हुई, 4 लोगों की गिरफ्तारियां भी हुई हैं। CM: बाकी पर भी कार्रवाई करो। इसको बहुत गंभीरता से लो। राशन में गड़बड़ करने वाले को हम नहीं छोड़ेंगे। SP: चावल से भरे 2 ट्रक पकड़े गए हैं। कल कार्रवाई की गई है। CM: DSO गलत तथ्य प्रस्तुत न करें। गरीबों तक सही तरीके से राशन पहुंचे, ये हमारी जिम्मेदारी है। DSO को मैं अभी सस्पेंड करता हूं। पांच दिन के अंदर ये तीसरा मौका है जब CM ने किसी जिला खाद्य अधिकारी पर एक्शन लिया है। इससे पहले 23 सितंबर को डिंडौरी के DSO टीकाराम अहिरवार को सस्पेंड किया था। समय रहते पात्र लोगों के प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के कार्ड नहीं बनने पर शिवराज DSO टीकाराम से नाराज हुए थे। 25 सितंबर को CM ने झाबुआ के जिला खाद्य अधिकारी एमके त्यागी को जिले से हटाने और उनके खिलाफ लापरवाही बरतने की जांच के निर्देश दिए थे। CM के लाइव एक्शन की वजह... मुख्यमंत्री के जन सेवा अभियान के दौरान केंद्र और राज्य की योजनाओं के पात्र हितग्राही खोजे जा रहे हैं। इन शिविरों में कई शिकायतें आ रही हैं। शिकायतों के फीडबैक के आधार पर CM सीधे एक्शन ले रहे हैं। सबसे ज्यादा कंप्लेंट गांव में राशन से जुड़ी है। इसी को लेकर CM सीधा जिम्मेदारों पर कार्रवाई कर रहे हैं। जिस स्तर पर गड़बड़ी मिल रही है, उस स्तर पर CM की कार्रवाई भी देखने को मिल रही है। जैसे झाबुआ एसपी का ऑडियो वायरल होने के बाद CM ने तत्काल उन्हें हटा दिया था।