भोपाल (ईन्यूज एमपी)-नाम वापसी के बाद मध्यप्रदेश के 46 निकायों में तस्वीर साफ हो गई है। BJP और कांग्रेस रूठों को मनाने में कामयाब रही। हालांकि, अभी भी चुनौतियां कम नहीं हैं, क्योंकि 'आप' समेत अन्य पार्टियों के कैंडिडेट्स मैदान में हैं। इसके चलते बीजेपी-कांग्रेस पूरी ताकत झोंकने के मूड में है। CM शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ समेत कई बड़े नेता सभा करेंगे। दो महीने पहले हुए निकाय चुनाव में बीजेपी का परफॉर्मेंस बेहतर रहा है। 70% से ज्यादा निकायों में महापौर-अध्यक्ष की कुर्सी पर बीजेपी कैंडिडेट ने कब्जा जमाया था। यही परफॉर्मेंस इस चुनाव में भी बीजेपी रखना चाहती है, इसलिए निकायों में माइक्रो लेवल पर काम किया जा रहा है। उधर, कांग्रेसी भी मैदान में पूरे दम के साथ उतरने का दावा कर रहे हैं। हालांकि, उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती अपने ही रूठों को मनाने की थी। नाम वापसी के साथ कई रूठों को मना भी लिया, लेकिन कुछ जगह अब भी बागी के रूप में डटे हैं। चुनाव प्रचार के लिए कैंडिडेट्स को 11 दिन मिलेंगे। वे 16 से 26 सितंबर के बीच प्रचार कर सकेंगे। हालांकि, 25 सितंबर की शाम से चुनावी शोर थम जाएगा, लेकिन कैंडिडेट्स व्यक्तिगत रूप से वोटर्स से संपर्क कर सकेंगे। कुल 814 वार्डों में चुनाव हो रहे हैं। नगर पालिका और नगर परिषद के अध्यक्ष का चुनाव पार्षद ही करेंगे। चुनाव में कुल 1212 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। कुल 8 लाख 42 हजार 515 मतदाता मतदान करेंगे। इनमें से 4 लाख 25 हजार 370 पुरुष, 4 लाख 17 हजार 79 महिला एवं 66 अन्य मतदाता शामिल हैं। प्रदेश के 18 जिले सागर, सिंगरौली, शहडोल, अनूपपुर, उमरिया, डिंडोरी, मंडला, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, बैतूल, रायसेन, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, आलीराजपुर, झाबुआ और रतलाम एक बार फिर चुनावी रंग में रंग चुके हैं। यहां की कुल 17 नगर पालिका, 6 नई और 23 पुरानी नगर परिषदों में 27 सितंबर को वोटिंग होगी। इसके 3 दिन बाद ही रिजल्ट भी आ जाएंगे। दो महीने पहले हो चुके नगरीय निकाय चुनाव में BJP ने करीब 70% सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि कांग्रेस, आम आदमी पार्टी ने भी जीत का स्वाद चखा था। अब फिर से चुनावी बिगुल फूंक चुका है। शहरों की कमान SDM-तहसीलदारों के हाथों में 37 शहरों की कमान अब SDM और तहसीलदारों के हाथों में सौंपी गई है। हालांकि, कमान ज्यादा दिन नहीं रहेगी, क्योंकि इन निकायों में इसी महीने 27 सितंबर को वोटिंग होगी, जबकि रिजल्ट 30 सितंबर को आएगा। खंडवा, रतलाम, बैतूल, झाबुआ, अलीराजपुर, खरगोन, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, डिंडोरी, बालाघाट, शहडोल, अपूपपुर और उमरिया जिले के 37 निकायों का कार्यकाल इसी महीने खत्म हो गया है। इसके चलते नगरीय विकास एवं आवास विभाग ने कलेक्टरों को प्रशासक के तौर पर एसडीएम और तहसीलदार को नियुक्त करने के आदेश जारी किए हैं।