जबलपुर (ईन्यूज एमपी)- नेताजी सुभाष चंद्र बोस केंद्रीय जेल जबलपुर में पदस्थ एक महिला प्रहरी ने जेल की सुरक्षा व्यवस्था को दांव पर लगाते हुए एक वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर डाल दिया। इस बात की खबर लगते ही जेल महकमे में हड़कंप मच गया। जेल अधीक्षक ने तत्काल कार्रवाई करते हुए महिला जेल प्रहरी को निलंबित कर दिया है। जय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नेताजी सुभाष चंद्र बोस केंद्रीय जेल जबलपुर में पदस्थ महिला प्रहरी रूपाली दुबे को उसके छोटे बच्चे होने के कारण उनकी ड्यूटी जेल के अंदर बनी खुली जेल में लगाई गई थी। इसी दौरान महिला प्रहरी रूपाली ने रविवार तीन जुलाई को अपने मोबाइल से खुली जेल का वीडियो बनाया और सुबह करीब 9 बजे उसे इंटरनेट मीडिया पर डाल दिया। इंटरनेट मीडिया पर जेल के अंदर का वीडियो वायरल होने की खबर से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। जेल की सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए तत्काल ही जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर ने कार्रवाई करते हुए महिला जेल प्रहरी रूपाली दुबे को निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में उसका निलंबन मुख्यालय सब जेल सिहोरा में रहेगा। इंटरनेट मीडिया से हटवाया वीडियो- खुली जेल प्रांगण का वीडियो वायरल होने के बाद जेल के वरिष्ठ अधिकारियों ने तत्काल संज्ञान लिया और महिला जेल प्रहरी रूपाली को निर्देश देकर उसके द्वारा इंटरनेट मीडिया पर डाला गया जेल के अंदर का वीडियो हटवा दिया गया है| बताया जा रहा है कि खुली जेल में अच्छा आचरण करने वाले 10 बंदी अपने परिवार के साथ रहते हैं|जो प्रतिदिन जेल के बाहर आकर व्यवसाय करने के बाद वापस खुली जेल में जाकर अपने परिवार के साथ रहते हैं| फोटो, वीडियो खींचने पर पाबंदी- जानकारी के जेल एक संवेदनशील संस्था होती है, जहां विभिन्न प्रकार के अपराधियों को उनके कृत्य की सजा के लिए रखा जाता है। ऐसे में जेल की सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए जेल के सभी अधिकारी कर्मचारियों को किसी भी प्रकार से जेल के अंदर के फोटोग्राफ एवं वीडियो बनाने पर पाबंदी लगी है, जिससे जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर किसी भी प्रकार का खतरा ना हो सके|