पन्ना (ईन्यूज एमपी)- मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व से दुखद खबर सामने आई है। एक 13 वर्षीय बाघ पी 111 का शव पन्ना-कटनी मार्ग के अकोला बफर क्षेत्र में मिला है। सूचना मिलते ही अधिकारियों ने शव का पोस्टमार्टम उपरांत अंतिम संस्कार किया। पीटीआर के फील्ड डायरेक्टर ने बताया कि प्रथम दृष्टया बाघ की मौत का कारण प्राकृतिक है और बाघ किसी बीमारी से ग्रसित था। वर्तमान में पन्ना टाइगर रिजर्व में 75 के लगभग छोटे बड़े बाघ विचरण कर रहे है। जिसमें करीब 16 बाघ अकोला बफर क्षेत्र में घूम रहे है। वहीं पन्ना कटनी मार्ग के अकोला बफर क्षेत्र में इसके पहले दो वर्ष पहले दीपावली के समय सड़क दुर्घटना में एक बाघ की मौत हुई थी। बाघ पी 111 शव सड़क किनारे संदिग्ध परिस्थितियों में मिला है। जिसकी उम्र 13 वर्ष की थी और राहगीरों के ओर से बाघ की मौत की सूचना पीटीआर प्रबंधन को दी गई। जानकारी लगते ही मौके पर पहुंचे पीटीआर के फील्ड डारेक्टर उत्तम कुमार शर्मा व अधिकारी कर्मचारियों ने आनन-फानन में शव को घटनास्थल से उठवा कर राजबरिया गेट के अंदर शिफ्ट करवा दिया गया। जहां पोस्टमार्टम उपरांत बाघ के शव का अंतिम संस्कार किया गया। पीटीआर के फील्ड डारेक्टर उत्तम कुमार शर्मा ने बताया कि बाघ की मौत का कारण प्रथम दृष्टया प्राकृतिक समझ आ रहा है। पोस्टमार्टम में अनुमान लगाया गया है कि बाघ की किडनी इंफेक्शन था।लेकिन बाघ का अंतिम संस्कार करवा दिया गया है। वहीं बीते दो वर्ष में पीटीआर में लगभग 6 बाघों की मौत हो चुकी है। आज गुरुवार के दिन सड़क किनारे बाघ का शव मिलने से प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े हो रहे है।