भोपाल (ईन्यूज एमपी)-मध्यप्रदेश सरकार नगरीय निकाय चुनाव को लेकर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष प्रणाली के बीच उलझी है। शिवराज सरकार ने बुधवार देर शाम एक और प्रस्ताव तैयार किया। इसके तहत नगर निगम के महापौर को जनता सीधे चुनेगी। जबकि नगर पालिका और नगर परिषद में अध्यक्ष का चुनाव पार्षद करेंगे। ये प्रस्ताव आज गुरुवार को राजभवन मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। इससे पहले मंगलवार रात महापौर, नपाध्यक्ष और नगर परिषद अध्यक्षों के चुनाव सीधे यानि प्रत्यक्ष प्रणाली से कराने का निर्णय लिया गया था, लेकिन दूसरे दिन सुबह से ही इस पर गहमागहमी का दौर शुरू हो गया। दिनभर चली कवायद के दौरान सरकार ने दो प्रस्ताव तैयार किए। पहले प्रस्ताव में महापौर के लिए डायरेक्ट और नपाध्यक्ष और परिषद अध्यक्ष का चुनाव अप्रत्यक्ष तरीके से कराने पर सहमति बनी। वहीं, दूसरा प्रस्ताव- महापौर और नपाध्यक्ष का चुनाव सीधे, और नगर परिषद अध्यक्ष का चुनाव अप्रत्यक्ष प्रणाली से कराने पर सहमति बनी। वहीं, देर शाम पहले प्रस्ताव के अनुसार चुनाव कराने का निर्णय लिया गया। इसके अनुसार महापौर को सीधे जनता चुनेगी, वहीं, नपाध्यक्ष और परिषद अध्यक्ष के चुनाव अप्रत्यक्ष प्रणाली से कराए जाएंगे। सूत्रों के अनुसार इस प्रस्ताव को गुरुवार को राज्यपाल की मंजूरी के लिए राजभवन भेजा जाएगा।