सीधी (ईन्यूज एमपी)-देश सेवा में लगे बीएसएफ जवान राघवेन्द्र सिंह का पार्थिव शरीर विशेष वाहन से सेना के जवान शनिवार रात उनके गृह ग्राम कोल्हूडीह पहुंचा और कल रविवार की सुबह सोन नदी तट पर जवान राघवेन्द्र सिंह के पार्थिव शरीर को सम्मानपूर्वक जवानों ने अंतिम सलामी दी और बड़े बेटे ने मुखाग्नि दी गई। बता दें कि सीधी जिले के कोल्हूडीह निवासी राघवेन्द्र सिंह पिता हंसराज सिंह वर्ष 1993 में बीएसएफ में भर्ती हुए थे। वर्तमान में उनकी ड्यूटी पश्चिम बंगाल के रायगंज में लगी हुई थी। 22 अप्रैल को सुबह करीब 8 बजे वो गंभीर हालत में मिले। उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन बचाया नहीं जा सका। परिजनों और जिला प्रशासन को बीएसएफ ने पहले ही सूचना दे दी थी। उनके पार्थिव शरीर को बीएसएफ के 12 जवान विशेष वाहन से गांव कोल्हूडीह के लिए रवाना हुए। 1800 किलोमीटर की यात्रा तय करके तीसरे दिन विशेष वाहन सीधी जिले की कैमोर पहाड़ सीमा में शनिवार की रात 12 बजे पहुंचा। वहां कमर्जी थाना प्रभारी पवन सिंह ने अगवानी की और रात करीब 12:30 बजे उनके पार्थिव शरीर को गृह ग्राम कोल्हूडीह पहुंचाया गया। कल रविवार की सुबह राघवेन्द्र सिंह के पार्थिव शरीर को सोन नदी तट के तीर पर अंतिम संस्कार के लिए पहुंचाया गया। इस दौरान दर्जनों गांव के लोग भारी संख्या में वहां उपस्थित थे। सभी ने नम आंखों से बीएसएफ के बहादुर जवान राघवेन्द्र सिंह को अंतिम विदाई दी। बीएसएफ राघवेन्द्र सिंह की तबियत अचानक खराब हुई और 22 अप्रैल की सुबह अंतिम सांसें ली। अपने पीछे वह 4 बच्चों समेत पूरे परिवार को छोड़कर चले गए। उनके जाने के बाद से पूरा परिवार भारी मातम में डूबा हुआ है। परिजन रो-रो कर बेहाल थे। उनको सांत्वना देने के लिए गांव के लोग जुटे हुए थे। अंतिम संस्कार के दौरान प्रशासन की ओर से भी अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।