enewsmp.com
Home सीधी दर्पण मान्या पाण्डेय को संगीत की शिक्षा दिलायेगी सरकार, प्रदेश के मुख्यमंत्री ने मान्या से फोन पर बात कर दी सौगातें....

मान्या पाण्डेय को संगीत की शिक्षा दिलायेगी सरकार, प्रदेश के मुख्यमंत्री ने मान्या से फोन पर बात कर दी सौगातें....

भोपाल में प्रदेश सरकार करेंगी बालकलाकार का सम्मान
सीधी(ईन्यूज एमपी)- देश की सबसे छोटी लोक गायिका बाल कलाकार मान्या पाण्डेय की गायन प्रतिभा से प्रभावित हो कर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनकी संपूर्ण शिक्षा व संगीत की शिक्षा सरकार के व्दारा करवाने की बात कही। बुधवार की शाम मुख्यमंत्री ने बाल कलाकार मान्या पाण्डेय एवं उनके पिता अखिलेश पाण्डेय से बात कर उन्हें इसकी जानकारी दी। श्री चौहान ने मान्या भोपाल आने का निमंत्रण दिया और कहा कि सरकार आपका सम्मान करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मामा हमेशा अपने भांजा-भांजियों का सम्मान करता रहा और उन्हें आगे बढ़ने में हर संभव सहयोगा करता है। मैं अपनी भांजी मान्या पाण्डेय की गायन प्रतिभा को आगे बढ़ने में हर संभव मदद करूगां। सीधी जिले की यह लोक गायिका मान्या पाण्डेय अभी 11 वर्ष की हैं और कक्षा सातवीं की छात्रा है। मुख्यमंत्री से बात करने के बाद मान्या पाण्डेय काफी हर्षित है और मुख्यमंत्री से मिली सौगातो से उनकी संगीत यात्रा काफी सुखद होगी। मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग के आयुक्त राघवेंद्र सिंह ने भी मान्या से फोन पर बात कर उन्हें शुभकामनाएं प्रेषित किए।
मान्या पाण्डेय के गाने, मामा का चला बुलडोजर अपराधी तक कापी रहे थर थर एवं सपना जो देखत रहे बरसन मामा करा रहे तीर्थ दर्शन सोशल मीडिया में काफी वायरल हो रहा है। मुख्यमंत्री,जनसम्पर्क विभाग के व्दारा भी टियुट किया गया है। देश भर में मान्य के गाने काफी पसंद किए जा रहे हैं और सोशल मीडिया में काफी शेयर हो रहे हैं। बाल कलाकार मान्या पाण्डेय महज 5 वर्ष की उम्र से मंचीय प्रोग्राम कर रही हैं और अब तक पूरे देश में 267 मंचीय कार्यक्रमों में प्रस्तुति दे चुकी है।इनके द्वारा गाते गये बघेली लोक गीतों को पूरे देश में काफी पसंद किया जाता है। हालांकि वह बघेली के साथ-साथ बुंदेली, भोजपुरी ब्रज, मैथिली, अवधी,आदि में भी लोकगीत गाती है पर बघेली लोकगीत उनकी पहली प्राथमिकता में है। उनको संगीत का बरदान माता सरास्वती से मिला है वह एक बार जिस गाने को सुन लेती है तो उन्हें उस गाने के बोल व धुन उन्हें याद हो जाता है । वह अपनी 6 वर्ष की संगीत यात्रा में किसी भी गुरु व किसी भी संगीत विद्यालय से प्रशिक्षण प्राप्त नहीं की है। सब कुछ स्वयं भी कर रही है वह हारमोनियम भी बजा लेती है। हालांकि सीधी जैसे छोटे शहर में लोक संगीत के प्रशिक्षक नहीं हैं और अपनी छोटी उम्र के बाहर संगीत की शिक्षा प्राप्त करने अकेले नहीं जा सकती। किन्तु प्रदेश के मुख्यमंत्री ने उनकी संगीत की शिक्षा स्वयं करने की बात कही है। इस बात को लेकर मान्या पाण्डेय का पूरा परिवार हर्षित है और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के प्रति आभार व्यक्त किये है।

Share:

Leave a Comment